क्या छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में ग्रामीणों ने शव सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया?

सारांश
Key Takeaways
- सूरजपुर में युवक की हत्या का मामला गंभीर है।
- ग्रामीणों ने प्रशासन से न्याय की मांग की।
- प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की।
- पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
- पूर्व विधायक ने ग्रामीणों के साथ समर्थन जताया।
सूरजपुर, 20 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में एक युवक की हत्या का संदेह उत्पन्न होने पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कुएं से शव बाहर निकालकर एनएच-43 पर रख दिया और सड़क को जाम कर दिया। प्रशासन ने आश्वासन देने के बाद स्थिति नियंत्रित की।
घटना तब प्रारंभ हुई जब ग्रामीणों ने कुएं में एक शव को उतराता हुआ देखा। बाद में, शव को निकालकर प्रदर्शन शुरू कर दिया गया। ग्रामीणों का कहना था कि यह हत्या का मामला है और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
ग्रामीणों के एनएच-43 पर बैठने से वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे कई किलोमीटर तक जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस दौरान पूर्व विधायक पारसनाथ राजवाड़े और जिला अध्यक्ष भगवती राजवाड़े भी मौके पर पहुँच गए और प्रदर्शन में शामिल हो गए। पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारी जाम की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे और समझाने के बाद मामला शांत हुआ।
प्रशासन के समझाने के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए सहमति जताई और सड़क खोली। प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच तेजी से की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सही जानकारी मिलेगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही टीम का गठन किया जाएगा, जो हर पहलू की जांच कर जल्द से जल्द दोषियों पर कार्रवाई करेगी।
पूर्व विधायक पारसनाथ राजवाड़े ने कहा कि हम ग्रामीणों के साथ खड़े हैं। ग्रामीणों को न्याय मिलना चाहिए और जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।