क्या बढ़ते अमेरिकी टैरिफ के कारण चीनी कंपनियाँ ग्लोबल साउथ की ओर बढ़ रही हैं? : एसएंडपी ग्लोबल

सारांश
Key Takeaways
- बढ़ते अमेरिकी टैरिफ चीनी कंपनियों को नए बाजारों की खोज करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
- ग्लोबल साउथ के देश चीन के लिए महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार बन रहे हैं।
- चीन का निर्यात 1.6 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँच गया है।
- स्थानीय निवेश में वृद्धि से उत्पादन और रोजगार में वृद्धि हो सकती है।
- ग्लोबल साउथ में विकासशील देशों की आर्थिक संभावनाएँ बढ़ रही हैं।
नई दिल्ली, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बढ़ते अमेरिकी टैरिफ और धीमी घरेलू अर्थव्यवस्था के चलते प्रमुख चीनी कंपनियाँ ग्लोबल साउथ की ओर रुख कर रही हैं। यह जानकारी एसएंडपी ग्लोबल की हालिया रिपोर्ट में प्रस्तुत की गई है।
इस रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रवृत्ति में 2018 के बाद से तेज़ी देखी गई है।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के चार्ल्स चांग ने जानकारी दी कि चीन और ग्लोबल साउथ के बीच व्यापार तेजी से बढ़ रहा है। चीन इस क्षेत्र को अपना 50 प्रतिशत से अधिक माल निर्यात करता है, जिसकी कुल वैल्यू 1.6 ट्रिलियन डॉलर है, जो अमेरिका और पश्चिम यूरोप के निर्यात की संयुक्त वैल्यू 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक है।
चांग ने कहा कि बढ़ते व्यापार और निवेश ने इन बाजारों में चीनी कंपनियों के लिए नए अवसर पैदा किए हैं। ग्लोबल साउथ में अपने शीर्ष 20 व्यापारिक साझेदारों के साथ चीन का व्यापार इन देशों के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 20 प्रतिशत है।
चांग ने आगे कहा, "ये निवेश कार्यान्वयन के लिए बड़े जोखिम लाते हैं, लेकिन इनकी निरंतरता की संभावना है, क्योंकि यह न केवल नए शुल्कों से बचने के लिए है, बल्कि अंतिम बाजारों को विकसित करने और अमेरिकी बिक्री पर निर्भरता कम करने के लिए भी है।"
उन्होंने बताया, "जैसे-जैसे वे ग्लोबल साउथ की ओर बढ़ते रहेंगे, इसका परिणाम ग्लोबल कॉमर्स की एक नई व्यवस्था हो सकता है जहां दक्षिण-दक्षिण व्यापार आकर्षण का नया केंद्र बन जाएगा और चीनी बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ नए प्रमुख खिलाड़ी बनकर उभरेंगी।"
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चीनी कंपनियाँ न केवल वैश्विक दक्षिण क्षेत्रों के माध्यम से पुनः निर्यात के लिए माल भेज रही हैं, बल्कि वहाँ उत्पादन भी बढ़ा रही हैं। इसके लिए स्थानीय अर्थव्यवस्था में निवेश की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए, दक्षिण पूर्व एशिया में चीन के चार सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में चीनी कंपनियों का निवेश पिछले एक दशक में चौगुना होकर औसतन 8.8 बिलियन डॉलर प्रति वर्ष हो गया है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नए टैरिफ चीनी कंपनियों को ऐसे बाजारों का पता लगाने के लिए प्रेरित करते हैं जो नीतियों को सुगम बनाने या चीन के साथ वाणिज्यिक संबंधों को गहरा करने जैसे आकर्षक कारक प्रदान करते हैं।
बीजिंग ने हाल ही में कहा है कि वह ग्लोबल साउथ के उदय को विकास का भविष्य मानता है। यह दृष्टिकोण कई प्रमुख चीनी कंपनियों की मुख्य रणनीतियों और योजनाओं में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
ग्लोबल साउथ में विकासशील दुनिया का अधिकांश भाग शामिल है।