क्या सीआईएसएफ-एसएसजी ने ग्रुप कैंपस में पौधरोपण का अभियान चलाया?
सारांश
Key Takeaways
- सीआईएसएफ और एसएसजी ने एक हजार पौधे लगाए।
- यह अभियान एनजीओ गिव मी ट्री के सहयोग से चलाया गया।
- इससे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सीआईएसएफ की प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है।
- कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
- यह पहल जलवायु परिवर्तन के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है।
नई दिल्ली, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सीआईएसएफ और एसएसजी ने ग्रुप कैंपस में एक व्यापक पौधरोपण अभियान का आयोजन किया, जिसमें एक हजार पौधे लगाए गए। यह पहल प्रसिद्ध एनजीओ ‘गिव मी ट्री’ के सहयोग से शुरू की गई।
सीआईएसएफ से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) के विशेष सुरक्षा समूह (एसएसजी) ने कैंपस में पौधरोपण का एक महत्वपूर्ण अभियान सफलतापूर्वक संपन्न किया। यह कदम पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता के प्रति सीआईएसएफ की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बताया गया कि एसएसजी कैंपस में कुल 1,000 पौधे लगाए गए। यह अभियान एनजीओ ‘गिव मी ट्री’ के सहयोग से संचालित किया गया।
इस अभियान में यूनिट के कर्मचारियों ने उत्साह और मेहनत से भाग लिया। एनजीओ के स्वयंसेवकों के साथ मिलकर काम करने से न केवल पर्यावरण की सुरक्षा का प्रयास किया गया बल्कि सीआईएसएफ की राष्ट्रीय सुरक्षा और सामुदायिक जिम्मेदारियों का भी प्रदर्शन हुआ।
यह पहल सीआईएसएफ द्वारा एक हरे और स्वस्थ वातावरण को बढ़ावा देने और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ मुकाबला करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्पेशल सिक्योरिटी ग्रुप, सीआईएसएफ की एक विशिष्ट इकाई है, जो उच्च-प्रोफाइल और जानी-मानी हस्तियों को सुरक्षा प्रदान करती है। वहीं, गिव मी ट्री देशभर में पौधरोपण और पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यरत है।
यह ध्यान देने योग्य है कि एसएसजी कोई अलग कैंपस नहीं है, बल्कि यह सीआईएसएफ के अंतर्गत एक विशेष इकाई है, जिसे वीवीआईपी सुरक्षा प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया था। यह इकाई गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य करती है। इसमें शामिल कमांडों को सुरक्षा के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।
सीआईएसएफ एक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है जो हवाई अड्डों, मेट्रो स्टेशनों और अन्य औद्योगिक संस्थानों की सुरक्षा करता है। वर्तमान में, यह बल देश के 70 हवाई अड्डों सहित 361 महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में सक्रिय है। इसके अलावा, किसी भी सुरक्षा आपात स्थिति का सामना करने के लिए 12 रिजर्व बटालियन और 8 अत्याधुनिक प्रशिक्षण संस्थान भी संचालित करता है।