क्या मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर में जल आपूर्ति बोर्ड के कार्यकारी अभियंता कार्यालय का औचक निरीक्षण किया?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री का निरीक्षण सरकारी पारदर्शिता को बढ़ावा देता है।
- ऑनलाइन शिकायतों का समाधान करना आवश्यक है।
- ग्रामीण जल समितियों के कार्यों की समीक्षा की गई।
- अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय शासन से प्रभावित हुए।
- औचक निरीक्षण से प्रशासनिक सुधार की दिशा में कदम बढ़ते हैं।
गांधीनगर, 31 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर में स्थित जल आपूर्ति बोर्ड के कार्यकारी अभियंता कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। वह राज्य सरकार के विभिन्न विभागों एवं जिला कार्यालयों के कार्यों और आवेदकों के प्रति संवेदनशीलता की निरंतर निगरानी कर रहे हैं। इसी संदर्भ में, उन्होंने बिना किसी पूर्व सूचना के जिला कार्यालयों का औचक निरीक्षण करने की योजना बनाई।
इस पहल के अंतर्गत, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को गांधीनगर स्थित सहयोग कॉम्प्लेक्स में संचालित गुजरात जल आपूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड के लोक स्वास्थ्य निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सहयोग कॉम्प्लेक्स के बी-ब्लॉक में स्थित इस कार्यालय के साथ ही वास्मो के जिला जल एवं स्वच्छता इकाई कार्यालय के कार्यों की भी जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से हेल्पलाइन पर प्राप्त ऑनलाइन शिकायतों और उनके समाधान के लिए की गई कार्रवाई की जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीण स्तर की जल समितियों के अभ्यावेदनों के समाधान के लिए किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक सुझाव दिए।
इससे पहले, भूपेंद्र पटेल ने खेड़ा जिले के अपने दौरे के दौरान वहां के कार्यालयों और गांधीनगर स्थित पुराने सचिवालय परिसर के कार्यालयों का भी औचक निरीक्षण किया था।
सहयोग संकुल में अपशिष्ट प्रबंधन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मुख्यमंत्री के इस औचक निरीक्षण से चकित थे। इतना ही नहीं, वे मुख्यमंत्री के सक्रिय और जनहित के प्रति समर्पण से भी प्रभावित हुए। मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. विक्रांत पांडे और विशेष कार्याधिकारी धीरज पारेख भी इस औचक निरीक्षण में मुख्यमंत्री के साथ शामिल रहे।