क्या मुख्यमंत्री नीतीश ने पटेल भवन का दौरा कर आपदा प्रबंधन की तैयारियों का जायजा लिया?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग का निरीक्षण किया।
- राज्य में बारिश की स्थिति गंभीर है, लेकिन अभी नियंत्रण में है।
- धान की फसल का आच्छादन प्रतिशत पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है।
- आपातकालीन संचालन केन्द्र 24 घंटे सक्रिय है और लोगों को सहायता प्रदान कर रहा है।
- नदियों के जल स्तर को लेकर अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
पटना, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के अनेक क्षेत्रों में हो रही बारिश और नदियों के जल स्तर में हो रही वृद्धि के बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटेल भवन में गृह विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग और राज्य आपातकालीन संचालन केन्द्र का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं तथा कार्यपद्धतियों की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान, मुख्यमंत्री ने राज्य में वर्षापात की स्थिति, नदियों के जल स्तर और फसल आच्छादन की स्थिति का जायजा लिया।
इस मौके पर, विकास आयुक्त तथा आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि पिछले 24 घंटों में राज्य में अच्छी बारिश हुई है। राज्य के 222 प्रखंडों में 25 मिलीमीटर या इससे अधिक बारिश दर्ज की गई है। गंगा, कोसी और बूढ़ी गंडक नदियों का जल स्तर बढ़ा है, जो कि खतरे के निशान के आसपास है, लेकिन स्थिति अभी नियंत्रण में है।
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में धान की फसल का आच्छादन प्रतिशत तीन अगस्त तक 79.43 प्रतिशत है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है। राज्य में अच्छी वर्षा होने से भू-जल स्तर भी बेहतर हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आपातकालीन संचालन केन्द्र बहुत उपयोगी है। आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा 24 घंटे संचालित यह केन्द्र बेहतर ढंग से कार्य कर रहा है जिसका लाभ राज्य के लोगों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छी वर्षा से किसानों को रोपनी कार्य में भी लाभ हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने नदियों के बढ़ते जल स्तर को लेकर संबंधित अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए और कहा कि एसओपी के अनुसार सभी आवश्यक तैयारियां पूरी रखी जाएं। निरीक्षण के दौरान विकास आयुक्त सह आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव डॉ. चन्द्रशेखर सिंह सहित गृह विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।