क्या कंप्यूटर बाबा ने गायों को 'राजमाता' का दर्जा देने की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- गायों के संरक्षण के लिए कंप्यूटर बाबा की पहल महत्वपूर्ण है।
- सरकार से राजमाता का दर्जा देने की मांग की गई है।
- 'गौरक्षा न्याय यात्रा' में हजारों गायें शामिल होंगी।
- यह यात्रा गायों के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान है।
ग्वालियर, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश में गायों की स्थिति और उनके संरक्षण के मुद्दे पर साधु-संतों के साथ कंप्यूटर बाबा भी शुक्रवार को सड़कों पर उतरे। उन्होंने गायों की मौत पर मध्य प्रदेश सरकार को घेरा।
कंप्यूटर बाबा ने ग्वालियर में महाराज बाड़ा पर दुकानदारों और राहगीरों से गायों के लिए सहयोग और दान की अपील की। कंप्यूटर बाबा हाथ में गौ दान का पात्र लेकर ढोल-मंजीरे बजाते साधु-संतों के साथ लोगों से भिक्षा मांगते दिखे।
कंप्यूटर बाबा ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि प्रदेश की सड़कों पर प्रतिदिन गायों की मौत हो रही है, लेकिन सरकारें इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही हैं। इसी को लेकर अब उन्होंने 'गौरक्षा न्याय यात्रा' निकालने का फैसला किया है।
बाबा ने मध्य प्रदेश सरकार से गाय को राजमाता का दर्जा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि इससे इनको बचाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि यह 'गौरक्षा न्याय यात्रा' 7 अक्टूबर को नर्मदापुरम से शुरू होगी और 14 अक्टूबर को भोपाल मुख्यमंत्री कार्यालय में समाप्त होगी। इस आठ दिवसीय पैदल यात्रा में हजारों गायें भी शामिल होंगी।
बाबा ने कहा कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य गौ संवर्धन और संरक्षण की प्रभावी योजनाओं को लागू करने की मांग करना है। यात्रा के अंत में वे मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपकर गायों को संरक्षित करने की मांग करेंगे।
उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से उम्मीद जताई कि एक यदुवंशी होने के नाते वह गायों के दर्द को समझेंगे और जल्द ही कोई उचित फैसला लेंगे।
कंप्यूटर बाबा ने कहा कि लोग कुत्तों को अपने बेडरूम तक ले जाते हैं, लेकिन गाय माता को घरों में स्थान नहीं मिलता। यह करना गलत है सभी को गाय की रक्षा करनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे पर कई बार मुख्यमंत्री से मुलाकात की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी वजह से उन्हें संत समाज के साथ सड़कों पर उतरना पड़ा है।
उन्होंने यह भी कहा कि वे गाय को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की मांग भी लगातार करते रहेंगे। कंप्यूटर बाबा ने समाज के हर वर्ग से इस आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया है।