क्या कांग्रेस और सपा अंग्रेजों की 'फूट डालो, राज करो' नीति को अपना चुकी हैं?: सीएम योगी

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क्या कांग्रेस और सपा अंग्रेजों की 'फूट डालो, राज करो' नीति को अपना चुकी हैं?: सीएम योगी

सारांश

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस और सपा अंग्रेजों की 'फूट डालो, राज करो' नीति का अनुसरण कर रहे हैं। उन्होंने एकता और अखंडता पर जोर दिया और आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी।

Key Takeaways

  • सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
  • विपक्षी दलों पर विभाजनकारी राजनीति के आरोप।
  • 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाएगा।
  • युवाओं को संविधान दिवस पर प्रेरित करने का प्रयास।
  • स्वदेशी उत्पादों की खरीद के लिए नागरिकों से अपील।

लखनऊ, १७ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरदार वल्लभभाई पटेल की १५०वीं जयंती समारोह के तहत राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यशाला में विपक्षी दलों पर कठोर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और इंडी गठबंधन अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की नीति का अनुसरण कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भारत आजाद हो रहा था, तब अंग्रेजों ने इसे विभाजित करने की साजिश रची थी। उनका उद्देश्य था कि भारत कभी एकजुट न हो सके। विपक्षी दलों के बारे में उन्होंने कहा कि ये दल जाति, पंथ और धर्म के आधार पर समाज में विभाजन का कार्य कर रहे हैं ताकि देश की एकता और अखंडता कमजोर हो सके। लेकिन लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपनी दूरदर्शिता और दृढ़ इच्छाशक्ति से 563 रियासतों को भारत गणराज्य में विलय कर राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ किया।

उन्होंने कहा कि आज उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम तक जो भारत एकजुट है, वह सरदार पटेल की देन है। इसलिए उनके प्रति आभार व्यक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 वर्षों से हर साल 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष समाज को विभाजित करने में लगा है, तब भाजपा की जिम्मेदारी है कि एकता और अखंडता का संदेश हर गांव और विधानसभा तक फैलाए।

मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि 31 अक्टूबर को ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन पूरे प्रदेश में किया जाएगा। इसके बाद 1 नवंबर से 26 नवंबर तक हर विधानसभा क्षेत्र में 8 से 10 किलोमीटर लंबी ‘एकता पदयात्रा’ निकाली जाएगी। इसमें रिटायर्ड आर्मी जवान, अन्नदाता, श्रमिक, भाजपा के अनुशांगिक संगठन, एनएसएस, एनसीसी और स्काउट गाइड सभी को शामिल किया जाएगा। यह कार्यक्रम केवल औपचारिकता नहीं होना चाहिए, बल्कि हर कार्यकर्ता को इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। बूथ स्तर से लेकर जिला पदाधिकारी तक सभी को सक्रिय रहना होगा।

सीएम योगी ने बताया कि 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाएगा, जो बाबा साहब भीमराव आंबेडकर को कृतज्ञता ज्ञापित करने का अवसर है। इस दिन प्रत्येक जिले से पांच युवाओं को दिल्ली भेजा जाएगा, जहां से वे गुजरात में होने वाली पदयात्रा में शामिल होंगे। यह यात्रा 26 नवंबर से 6 दिसंबर तक चलेगी, ताकि युवा देशभर में सरदार पटेल और बाबा साहब दोनों के योगदान से प्रेरणा प्राप्त कर सकें।

उन्होंने आगे कहा कि 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा; यह हर भारतीय का संकल्प होना चाहिए। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि त्योहारों पर स्वदेशी उत्पाद खरीदें। इससे स्थानीय कारीगरों, महिला समूहों और आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूती मिलेगी।

Point of View

यह स्पष्ट है कि एकता और अखंडता को बनाए रखना हमारे देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। सीएम योगी का यह बयान हमें याद दिलाता है कि विभाजनकारी राजनीति से बचना कितना आवश्यक है। हमें सभी को साथ लेकर चलने की जरूरत है।
NationPress
17/10/2025

Frequently Asked Questions

सीएम योगी ने विपक्षी दलों पर क्या आरोप लगाए?
सीएम योगी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और इंडी गठबंधन अंग्रेजों की 'फूट डालो, राज करो' नीति का पालन कर रहे हैं।
सरदार पटेल की जयंती कब मनाई जाती है?
सरदार पटेल की जयंती हर साल 31 अक्टूबर को मनाई जाती है।
किस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे?
31 अक्टूबर को 'रन फॉर यूनिटी' और 1 से 26 नवंबर तक 'एकता पदयात्रा' का आयोजन किया जाएगा।