क्या कांग्रेस ने कानून व्यवस्था पर भाजपा सरकार को घेरा?

सारांश
Key Takeaways
- हरियाणा में कानून व्यवस्था की स्थिति गंभीर है।
- कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर कड़े आरोप लगाए हैं।
- स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा गैंगों की संख्या की पहचान की गई है।
- मनीषा हत्याकांड ने राज्य में सुरक्षा के मुद्दे को उठाया है।
- सरकार को प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है।
करनाल/भिवानी, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा में लगातार बढ़ते अपराध और हालिया घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। रविवार को करनाल पहुंचे कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने गुरुग्राम में यूट्यूबर एल्विश यादव के घर पर हुए फायरिंग के मामले को लेकर कहा कि हरियाणा में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो गई है। यह सिर्फ हमारी बात नहीं है, बल्कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के हालिया बयानों पर आए प्रतिक्रियाओं में खुद भाजपा के कार्यकर्ता इसे मान रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा अब केवल हरियाणा नहीं रह गया, बल्कि यह फिरौती प्रदेश बन चुका है। देश में अपराध दर के मामले में हरियाणा पहले स्थान पर आ चुका है, और यह तथ्य गृह मंत्रालय's क्राइम ब्यूरो द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों पर आधारित है।
हुड्डा ने आगे कहा कि राज्य सरकार द्वारा बनाई गई स्पेशल टास्क फोर्स भी यह स्वीकार कर रही है कि हरियाणा में लगभग 80 गैंग खुलेआम फिरौती वसूल कर रहे हैं। कुछ अपराधी विदेशों से, तो कुछ जेलों से धमकियां और वसूली कर रहे हैं। उन्हें पुलिस प्रशासन का कोई डर नहीं है, क्योंकि सत्ता की डोर कहीं और से संचालित होती है। मुख्यमंत्री की बातों को पुलिस गंभीरता से नहीं लेती, क्योंकि असली डोर दिल्ली के हाथों में है।
शिक्षिका मनीषा हत्याकांड पर दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पूरा प्रदेश अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। सरकार का दायित्व है कि जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़कर कठोर से कठोर सजा दिलाई जाए।
वहीं, भाजपा सरकार में मंत्री श्रुति चौधरी ने भी पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि मनीषा हत्याकांड बेहद दर्दनाक है। किसी भी हत्यारे को बख्शा नहीं जाएगा। मैंने और किरण चौधरी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात की है। सीएम ने तुरंत संज्ञान लेते हुए एसपी को बदला और पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया। यह बड़ी कार्रवाई है और इससे साफ है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।
इस दौरान श्रुति चौधरी ने कांग्रेस संगठन की खामियों और विपक्ष के आरोपों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने 12 साल बाद कांग्रेस द्वारा संगठन बनाने की कवायद पर चुटकी लेते हुए कहा कि ये कैसा संगठन है जो नेता प्रतिपक्ष तक नहीं चुन पा रहा। हरियाणा कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व और संगठन दोनों कमजोर हो गए हैं।
वहीं, कांग्रेस के ‘वोट चोरी’ के आरोपों पर उन्होंने कहा कि इतने बड़े नेताओं द्वारा गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी करना गलत है। चुनाव आयोग अपना काम पूरी जिम्मेदारी से कर रहा है।