क्या सत्ता के अभाव में संस्कार और होश खो चुकी कांग्रेस देश के लिए बड़ा खतरा है? : तुहिन सिन्हा

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस को अपनी गतिविधियों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- बिहार की संस्कृति की रक्षा करना महत्वपूर्ण है।
- झारखंड सरकार को घोटालों के प्रति उत्तरदायी होना चाहिए।
- पीएम मोदी का अपमान सहन नहीं किया जाएगा।
- विकास के लिए सभी दलों को एकजुट होना चाहिए।
मुंबई, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के प्रवक्ता तुहिन सिन्हा ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता के अभाव में यह पार्टी संस्कार और होश खो चुकी है, जो कि देश के लिए एक बड़ा खतरा है।
यह बयान तब आया जब बिहार कांग्रेस ने पीएम मोदी के खिलाफ एक विवादास्पद एआई वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया।
भाजपा प्रवक्ता ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि कांग्रेस की गतिविधियाँ नीचता की पराकाष्ठा को दर्शाती हैं। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां का अपमान कर न केवल उनका अपमान करती हैं, बल्कि यह भी सिद्ध करती हैं कि महिलाओं का सम्मान करना उनके लिए महत्वपूर्ण नहीं है। कांग्रेस ने एआई वीडियो के माध्यम से यह प्रदर्शित किया है कि वे कितनी गिर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार की संस्कृति और सभ्यता के बारे में कांग्रेस को कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने जो पाप किया है, उसके लिए बिहार की जनता उन्हें सजा देगी। कांग्रेस को बिहार और देश से माफी मांगनी चाहिए। सीता मां की भूमि पर पीएम मोदी का अपमान सहन नहीं किया जाएगा।
भाजपा प्रवक्ता ने झारखंड सरकार को घोटालाग्रस्त बताते हुए कहा कि यदि देश में कोई सबसे बड़ी घोटालाग्रस्त सरकार है, तो वह हेमंत सोरेन की झारखंड सरकार है। हाल ही में डीएमएफटी (जिला खनन फाउंडेशन ट्रस्ट) घोटाला सामने आया है, जिसमें बोकारो जिले में लगभग 500 करोड़ रुपये का घोटाला उजागर हुआ है।
इंडिया ब्लॉक में शामिल कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि क्या घोटाले का पैसा बिहार चुनाव में फंडिंग के लिए इस्तेमाल होगा। भाजपा प्रवक्ता ने चेतावनी दी कि अगर इंडी अलायंस को किसी राज्य में सरकार चलाने का मौका मिलता है, तो वे उस राज्य को लूटने का काम करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बताना चाहिए कि घोटाले का पैसा किस-किस पार्टी को दिया गया।
पीएम मोदी के नॉर्थ-ईस्ट दौरे के संदर्भ में उन्होंने कहा कि आजादी के बाद वहां जनता के लिए रेल सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। कांग्रेस की सरकारों में नॉर्थ-ईस्ट को वर्षों तक दरकिनार किया गया। इसे विकास की पथ पर लाने के लिए केंद्र सरकार ने प्रयास किए हैं। वहां गांवों के विकास पर ध्यान दिया जा रहा है।