क्या कांग्रेस में नए सिरे से बगावत के सुर सुनाई दे रहे हैं?
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस में असंतोष बढ़ रहा है।
- राहुल गांधी का नेतृत्व चुनौती बन सकता है।
- महबूबा मुफ्ती के बयान पर प्रतिक्रिया।
- राजीव रंजन प्रसाद का आत्ममंथन का सुझाव।
- उन्नाव केस में न्याय की मांग।
पटना, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि यदि राहुल गांधी का नेतृत्व कांग्रेस पर बना रहा, तो वह दिन दूर नहीं जब 'कांग्रेस मुक्त भारत' हो जाएगा। दिग्विजय सिंह और शशि थरूर की टिप्पणियों के बाद, जदयू प्रवक्ता ने यह भी कहा कि कांग्रेस में नए सिरे से बगावत के सुर सुनाई दे रहे हैं।
राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, "कांग्रेस पार्टी के भीतर असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा है। सलमान खुर्शीद से लेकर शशि थरूर और दिग्विजय सिंह के बयानों से यह स्पष्ट हो जाता है। जी-23 का प्रकरण कांग्रेस के कार्यकर्ता आज भी नहीं भूल सके हैं, लेकिन अब पार्टी में नए सिरे से बगावत के सुर फूटने लगे हैं। इसलिए, भविष्य में पार्टी के स्वास्थ्य के लिए समस्याएँ उत्पन्न होने वाली हैं और उन्हें सावधानीपूर्वक आत्ममंथन करने की आवश्यकता है।"
इससे पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा, "राहुल गांधी, अभी आप हारते-हारते थक नहीं सकते, अभी तो आपको और हारना है।"
जदयू प्रवक्ता ने पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के 'लिंचिस्तान' वाले बयान की आलोचना की। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, "अल्पसंख्यक भारत के बराबर पूरी दुनिया में कहीं भी सुरक्षित महसूस नहीं करते। भारत को 'लिंचिस्तान' कहना बहुत बड़ी गलती है। यदि उनमें हिम्मत है, तो वह पड़ोसी पाकिस्तान और बांग्लादेश के बारे में क्यों नहीं बोलतीं?"
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हिंदुओं को अगवा किया जा रहा है, मारा जा रहा है और उन पर बहुत अत्याचार हो रहा है। बांग्लादेश की परिस्थितियों को पूरी दुनिया देख रही है। राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि हमें गर्व है कि हम हिंदुस्तान में जन्मे हैं और देश गंगा-जमुनी तहजीब का पर्याय है।
जदयू प्रवक्ता ने उन्नाव रेप केस के दोषी कुलदीप सिंह सेंगर के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पर कहा, "पूरा देश चाहता है कि पीड़िता को न्याय मिले और सीबीआई ने उसके मामले में न्यायपालिका के सर्वोच्च मंदिर (सुप्रीम कोर्ट) में अपील दायर की है। आज पूरे देश की नजरें कोर्ट के फैसले पर होंगी।"