क्या उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए घबरा गया है? - कांग्रेस सांसद इमरान मसूद

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस की तैयारी चुनावी प्रतिस्पर्धा में महत्वपूर्ण है।
- एनडीए की घबराहट चुनावी रणनीति को प्रभावित कर सकती है।
- राहुल गांधी की गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करना भाजपा की रणनीति है।
- वफादारी पार्टी के प्रति जरूरी है।
- पंजाब के हालात केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हैं।
नई दिल्ली, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के संदर्भ में कहा कि कांग्रेस पूर्णतः तैयार है और उनकी वोटिंग की तैयारी से एनडीए में घबराहट है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हम सभी वोट डालने के लिए तैयार हैं। हमारी तैयारी का परिणाम यह है कि एनडीए घबरा गया है; वे लगातार बैठकें कर रहे हैं। पहले तो फरमान जारी कर दिए जाते थे।
इंडिया ब्लॉक के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के अंतरात्मा की आवाज वाले बयान का समर्थन करते हुए कहा कि यदि सभी सांसदों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी, तो इंडिया ब्लॉक की जीत सुनिश्चित होगी।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की विदेश यात्रा को लेकर भाजपा और उसके सहयोगी दलों द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए इमरान मसूद ने कहा कि भाजपा का ध्यान देश की समस्याओं पर नहीं है, बल्कि वे केवल राहुल गांधी की गतिविधियों पर सवाल उठाने में व्यस्त हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के किसान वाले वीडियो पर भाजपा की आपत्ति पर उन्होंने कहा कि वे कोई बड़े उद्योगपति नहीं हैं। वे तो एक मजदूर के बेटे हैं।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर की ओर से एसआईआर का समर्थन करने पर नाराजगी जाहिर करते हुए इमरान मसूद ने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शशि थरूर को वफादारी दिखानी चाहिए। जिस पार्टी ने उन्हें तीन बार सांसद बनाया और राजनीतिक पहचान दी, वह उनकी वफादारी की हकदार है। यह ठीक नहीं है।
पंजाब में आई बाढ़ पर उन्होंने कहा कि पूरे देश ने देखा है कि पंजाब बीते कुछ दिनों से किन हालातों से गुजर रहा है। देश ने यह भी देखा है कि पंजाब के साथ केंद्र सरकार ने सौतेला व्यवहार किया है।