क्या आदिवासी भारत के पहले मालिक हैं? उनके अधिकार की लड़ाई लड़ेगी कांग्रेस : राहुल गांधी

सारांश
Key Takeaways
- आदिवासी समुदाय की पहचान और संस्कृति का संरक्षण आवश्यक है।
- कांग्रेस पार्टी उनके अधिकारों के लिए संघर्षरत है।
- विश्व आदिवासी दिवस आदिवासियों की पहचान का प्रतीक है।
- शोषण के खिलाफ एकजुटता की जरूरत है।
- आदिवासी समुदाय को शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं मिलनी चाहिए।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने आदिवासी समाज को विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दी हैं।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखते हुए आदिवासी समाज के अधिकारों और न्याय की लड़ाई लड़ने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा, "विश्व आदिवासी दिवस पर सभी आदिवासी भाई-बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं। आपकी परंपराएं और जीवन मूल्य भारत की पहचान को समृद्ध करते हैं। आप भारत के पहले मालिक हैं और आपके अधिकार, अस्मिता और न्याय की लड़ाई में हम आपके साथ हैं।"
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी शुभकामनाएं दीं। खड़गे ने 'एक्स' पर लिखा, "विश्व आदिवासी दिवस पर हमारे आदिवासी समाज के सभी नागरिकों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। जल-जंगल-जमीन और आदिवासी सभ्यता का संरक्षण हमारा ध्येय है, और कांग्रेस पार्टी आपके हितों की सुरक्षा के लिए समर्पित है। जय जोहार, जय हिंद।"
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी आदिवासी दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने आदिवासी समाज के खिलाफ हो रहे शोषण और अत्याचार के खिलाफ एकजुटता से खड़े होने की बात कही।
गहलोत ने लिखा, "जल, जंगल और जमीन के निस्वार्थ सेवक हमारे आदिवासी भाइयों-बहनों को विश्व आदिवासी दिवस पर हार्दिक बधाई। हम सदैव आदिवासियों पर हो रहे शोषण के खिलाफ एकजुटता के साथ खड़े हैं।"
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कहा, "विश्व आदिवासी दिवस की हार्दिक बधाई। आदिवासी समुदाय हमेशा पर्यावरण संरक्षण और संस्कृति का रक्षक रहा है। हमें आदिवासी समुदाय की भाषा और संस्कृति का संरक्षण करना चाहिए।"