क्या कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भारत पर अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ 1971 की घटना का हवाला दिया?

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क्या कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भारत पर अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ 1971 की घटना का हवाला दिया?

सारांश

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर टैरिफ वृद्धि के खिलाफ 1971 की घटना का हवाला देते हुए कहा कि यह कदम भारत की रणनीतिक स्वायत्तता को कम नहीं करेगा। क्या मनीष तिवारी के विचार इस मुद्दे पर सही हैं? जानिए इस लेख में।

Key Takeaways

  • भारत की रणनीतिक स्वायत्तता
  • अमेरिका
  • 1971 की घटना ने भारत की राजनीतिक ताकत को दर्शाया।
  • टैरिफ वृद्धि भारत
  • रूसी तेल के व्यापार पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

नई दिल्ली, 5 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। चंडीगढ़ से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय आयातों पर 25 प्रतिशत टैरिफ वृद्धि की घोषणा का खंडन किया। उन्होंने इस कदम को रूस के साथ भारत के ऊर्जा और रक्षा संबंधों को लेकर दबाव बनाने का एक गुमराह प्रयास बताया।

मनीष तिवारी ने कहा कि यह टैरिफ वृद्धि भारत की रणनीतिक स्वायत्तता को कम नहीं करेगी।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "आपके देश ने 1971 में दक्षिण एशिया के राजनीतिक मानचित्र को बदलने से रोकने के लिए बंगाल की खाड़ी में सातवां बेड़ा भेजा था। हमने उसका सामना किया। एक राष्ट्र के रूप में हममें आपके टैरिफ के खतरे का सामना करने के लिए पर्याप्त लचीलापन है।"

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक नई धमकी दी कि वे भारत पर टैरिफ में "काफी" वृद्धि करेंगे, क्योंकि उन्होंने आरोप लगाया कि भारत "बड़े मुनाफे" के लिए खुले बाजार में रूसी तेल बेच रहा है।

उन्होंने ट्रुथ सोशल पर लिखा, "भारत न केवल भारी मात्रा में रूसी तेल खरीद रहा है, बल्कि खरीदे गए तेल का एक बड़ा हिस्सा खुले बाजार में बड़े मुनाफे के लिए बेच रहा है।"

उन्होंने कहा, "उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि रूसी युद्ध मशीन द्वारा यूक्रेन में कितने लोग मारे जा रहे हैं। इस वजह से मैं भारत द्वारा अमेरिका को दिए जाने वाले टैरिफ में काफी वृद्धि करूंगा।"

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह नहीं बताया कि शुक्रवार को घोषित 25 प्रतिशत टैरिफ के अलावा अतिरिक्त टैरिफ कितना होगा।

Point of View

यह आवश्यक है कि हम इस मुद्दे को समझें। मनीष तिवारी का बयान एक मजबूत प्रतिक्रिया है, जो दर्शाता है कि भारत अपने हितों की रक्षा करने में सक्षम है। अमेरिका के साथ हमारे रिश्ते जटिल हैं, और इस तरह की स्थिति में हमें हमेशा अपने राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

क्या डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ बढ़ाने का सही कारण बताया?
ट्रंप ने आरोप लगाया कि भारत रूसी तेल का बड़े मुनाफे के लिए खुला बाजार में बेचा रहा है, लेकिन इस पर विचार किया जाना चाहिए कि क्या यह आरोप सही है।
मनीष तिवारी के बयान का क्या महत्व है?
उनका बयान भारत की रणनीतिक स्वायत्तता की रक्षा करने का एक प्रयास है और यह दर्शाता है कि भारत अपने हितों को लेकर गंभीर है।