क्या कांग्रेस रैली में लगे नारों पर बालमुकुंद आचार्य का पलटवार है?
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस को परिवारवाद से बाहर निकलना होगा।
- जनता को विकास और राष्ट्रवाद की आवश्यकता है।
- प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व विश्वास का प्रतीक है।
- कांग्रेस अपने ही कर्मों की सजा भुगत रही है।
- भाजपा विधायक ने कांग्रेस को समाप्ति की ओर बढ़ने का आरोप लगाया है।
जयपुर, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने रविवार को दिल्ली में कांग्रेस की रैली में लगे नारों को गैर-जिम्मेदाराना और देश का माहौल बिगाड़ने वाला करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज किसी मुद्दे पर चर्चा करने की स्थिति में नहीं है, इसलिए इस तरह के नारे लगाकर केवल भ्रम फैलाने और सुर्खियों में बने रहने का प्रयास कर रही है।
बालमुकुंद आचार्य ने कांग्रेस को परिवारवाद की पार्टी बताते हुए कहा कि यह पार्टी 'मम्मी-बेटा और जीजी-जीजाजी' की राजनीति से बाहर नहीं निकल पाई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास आज देश के भविष्य के लिए कोई विजन नहीं है। न तो नए भारत के प्रति उनकी कोई सोच है और न ही देश की संस्कृति और भावनाओं से उनका कोई जुड़ाव दिखाई देता है। यही कारण है कि जनता उनसे लगातार दूरी बना रही है।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से लेकर अब तक कांग्रेस ने देश को लूटने और घोटालों के अलावा कुछ नहीं दिया। जनता अब सब कुछ समझ चुकी है और कांग्रेस अपने ही कर्मों की सजा भोग रही है। कांग्रेस मुद्दों पर बात करने के बजाय जानबूझकर ऐसा माहौल बनाती है जिससे समाज में भ्रम और तनाव पैदा हो। यही कारण है कि आज कांग्रेस लगातार कमजोर होती जा रही है और राजनीतिक रूप से लगभग समाप्ति की ओर बढ़ रही है।
भाजपा विधायक ने कहा कि आने वाले समय में 'कांग्रेस मुक्त भारत' बनने वाला है और इसी हताशा में कांग्रेस इस तरह की हरकतें कर रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह के नारे लगाना सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष का अपमान है। प्रधानमंत्री मोदी आज देश ही नहीं, बल्कि दुनिया में भी भारत का गौरव बढ़ा रहे हैं और करोड़ों भारतीयों के दिल में बसते हैं।
बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि कांग्रेस पीएम मोदी विरोधी नारे लगाने से बाज आएं और अगर राजनीति करनी है तो मुद्दों पर करे। उन्होंने कहा कि इस तरह की बयानबाजी से कांग्रेस खुद ही अपनी समाप्ति की ओर बढ़ रही है। देश की जनता अब विकास, राष्ट्रवाद और मजबूत नेतृत्व चाहती है और इसी कारण बार-बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपना भरोसा जता रही है।