क्या अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 पर दक्षिण भारत में योग का उत्साह बढ़ा?

सारांश
Key Takeaways
- योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए।
- स्वस्थ जीवनशैली के लिए योग आवश्यक है।
- योग सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए फायदेमंद है।
- योग मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है।
- योग और ध्यान जीवनशैली से जुड़ी समस्याओं को हल कर सकते हैं।
नई दिल्ली, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दक्षिण भारत के विभिन्न राज्यों में योग के प्रति उत्साह का अनुभव हुआ। तमिलनाडु, कर्नाटक, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में नेताओं, योग प्रशिक्षकों, और आम नागरिकों ने योग कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लिया। इस अवसर पर योग को दैनिक जीवन में शामिल करने और इसके शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक लाभों को अपनाने का संदेश दिया गया।
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले के अझगर नगर पार्क में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नैनार नागेंद्रन ने योग कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों और बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों के साथ योगाभ्यास किया। इस आयोजन में लोगों का योग के प्रति उत्साह स्पष्ट तौर पर दिखाई दिया। नागेंद्रन ने योग को भारतीय संस्कृति का अनमोल उपहार बताया और इसे रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल करने की अपील की।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने योग सत्र में भाग लिया। उन्होंने अन्य प्रतिभागियों के साथ योग आसन किए और योग को स्वस्थ जीवनशैली का आधार बताया। बेंगलुरु में आयोजित इस कार्यक्रम में स्थानीय नागरिकों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।
वहीं, योग प्रशिक्षक गौतम उडप्पा ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में योग की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "योग आज की आवश्यकता है। बच्चे से लेकर हर आयु वर्ग के लोग इसे अपनाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। पहले लोग योग को हल्के में लेते थे, लेकिन अब स्कूली बच्चे भी योग कर रहे हैं। तनाव, हृदय रोग और अन्य जीवनशैली से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए योग और ध्यान सबसे प्रभावी हैं।"
गौतम ने बच्चों के लिए योग की विशेष आवश्यकता बताते हुए कहा कि यह एकाग्रता और फोकस बढ़ाने में मदद करता है।
पुडुचेरी में बीच रोड पर आयोजित 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह का उद्घाटन उपराज्यपाल कैलाशनाथन और मुख्यमंत्री रंगासामी ने योग आसन करके किया। इस कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष सेल्वम, गृह मंत्री नामचिवायम, लोक निर्माण और पर्यटन मंत्री लक्ष्मीनारायणन और राज्यसभा सांसद सेल्वगणपति सहित कई अधिकारी शामिल हुए।
पुडुचेरी सरकार के पर्यटन, स्कूल शिक्षा, उच्च व तकनीकी शिक्षा, आयुष निदेशालय और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस समारोह में 3,500 से अधिक छात्रों और पेशेवरों ने योग आसन किए।
तमिलनाडु के सलेम स्टील प्लांट में केंद्रीय इस्पात और भारी उद्योग मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने योग दिवस समारोह में भाग लिया। सलेम टाउनशिप के हिल व्यू स्टेडियम में सैकड़ों कर्मचारी और निवासी योग करने के लिए एकत्र हुए।
कुमारस्वामी ने योग को शारीरिक जीवन शक्ति, मानसिक स्पष्टता और आंतरिक शांति का स्रोत बताया। उन्होंने कहा, "योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक तरीका है, जो स्वस्थ व्यक्ति और मजबूत राष्ट्र का निर्माण करता है।"
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए योग को वैश्विक आंदोलन बनाने के लिए उनका आभार जताया।
आंध्र प्रदेश के उंडावल्ली में पूर्व सांसद गोकाराजू गंगाराजू ने ताडेपल्ली में कृष्णा नदी के तट पर आयोजित "तैरता योग" कार्यक्रम में भाग लिया। एक्वा डेविल्स वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस अनूठे आयोजन में प्रतिभागियों ने नदी किनारे योग आसन किए, जो योग के प्रति रचनात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है।