क्या दलित भाइयों पर अत्याचार होने पर आंसू नहीं निकलते?: मनोज कुमार

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क्या दलित भाइयों पर अत्याचार होने पर आंसू नहीं निकलते?: मनोज कुमार

सारांश

उत्तर प्रदेश के रायबरेली में दलित युवक की हत्या की घटना पर मनोज कुमार ने दुख व्यक्त किया। उन्होंने समाज और प्रशासन से अपील की कि दलितों पर अत्याचार किसी भी कीमत पर सहन नहीं होना चाहिए। क्या यह घटना हमारी संवेदनशीलता को जगाएगी?

Key Takeaways

  • दलितों पर अत्याचार की घटनाएं चिंताजनक हैं।
  • मनोज कुमार ने इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया।
  • सामाजिक न्याय के लिए एकजुटता आवश्यक है।
  • कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयार है।
  • समाज को दलितों के अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए।

नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले पर कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने गहरा दुख प्रकट किया है और इसे अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण कहा है।

राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कांग्रेस सांसद ने कहा, "मैंने इस घटना के बारे में सोशल मीडिया पर देखा। जब भी हमारे दलित भाइयों पर अत्याचार होता है, तो आंखों से आंसू निकल जाते हैं। यह अत्यंत दुखद और निंदनीय है।"

उन्होंने आगे कहा, "मैं समाज और प्रशासन से अपील करता हूं कि दलितों पर होने वाले अत्याचारों को किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त न किया जाए। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।"

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के संदर्भ में मनोज कुमार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ेगी और इंडिया ब्लॉक मजबूती से मैदान में उतरेगा।

सांसद ने पार्टी के मजबूत संगठनात्मक ढांचे का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास बूथ स्तर तक एक मजबूत टीम है। हर जिले में जिला अध्यक्ष, जिला समितियां और बूथ समितियां सक्रिय हैं। राहुल गांधी और इंडिया ब्लॉक के सभी नेताओं ने वोटर अधिकार यात्रा के दौरान एकजुट होकर काम किया है।

हमारा ध्यान संगठन को और मजबूत बनाने पर है। चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा के बाद हम पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे।

गठबंधन में सीएम-डिप्टी सीएम के चेहरे को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच सांसद मनोज कुमार ने कहा कि सभी सहयोगी दलों की अपनी-अपनी इच्छाएं हैं, और इसमें कुछ गलत नहीं है। हमारा मुख्य ध्यान चुनाव लड़ने और जीतने पर है।

उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव को लोकतंत्र का महापर्व बताते हुए कहा कि आज चुनाव की तारीखों की घोषणा हो सकती है। हम उम्मीद करते हैं कि इस महापर्व को उत्साह के साथ मनाएंगे और एक-दूसरे का सहयोग करेंगे। बिहार पिछले 20 वर्षों से कई समस्याओं का सामना कर रहा है। हमारा उद्देश्य चुनाव लड़ना और बिहार के लोगों को एक अच्छी सरकार देना है।

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा 'आई लव मुहम्मद' अभियान को देश को बांटने की साजिश बताए जाने पर कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने कहा कि सभी जातियों, धर्मों और समुदायों को साथ चलना होगा। आजादी की लड़ाई में हर समुदाय ने खून बहाया है, इस देश पर सभी का हक है। हम भी अपनी देवी-देवताओं से प्रेम करते हैं। सभी लोग प्यार से आगे बढ़ें।

उन्होंने कहा कि पहलगाम की आतंकी घटना के बाद हमारे नेताओं ने एक स्वर में कहा था कि आतंकियों के खिलाफ सरकार जो भी कार्रवाई करेगी, हम सरकार के साथ हैं। आपने देश के साथ क्या किया, यह सबको पता है। देश की जनता जाग चुकी है। अब समझाने की जरूरत नहीं है।

राजस्थान के जयपुर स्थित सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में हुई घटना को लेकर कांग्रेस सांसद ने इसे सरकार की लापरवाही करार दिया है।

उन्होंने कहा कि आप स्वयं कल्पना कर सकते हैं कि वहां की सरकार कितनी सक्रिय है। वहां शिक्षा का हाल बुरा है और स्वास्थ्य सेवाएं भी बेहाल हैं। जिन लोगों की मृत्यु हुई, उनका जिम्मेदार कौन है? यदि उनसे पूछा जाए तो वे यहां कांग्रेस को ही जिम्मेदार ठहराएंगे।

Point of View

बल्कि सामाजिक न्याय का मामला है।
NationPress
06/10/2025

Frequently Asked Questions

रायबरेली में दलित युवक की हत्या क्यों हुई?
इस हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह दलितों पर हो रहे अत्याचारों की एक श्रृंखला का हिस्सा है।
मनोज कुमार ने इस घटना पर क्या कहा?
उन्होंने इसे अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया और समाज से अपील की कि दलितों पर अत्याचार सहन नहीं किया जाना चाहिए।
कांग्रेस पार्टी आगामी चुनावों के लिए क्या तैयारियां कर रही है?
कांग्रेस पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ेगी और इंडिया ब्लॉक मजबूती से चुनाव में उतरेगा।
क्या दलितों के अधिकारों की रक्षा के लिए कोई कदम उठाए जा रहे हैं?
मनोज कुमार ने प्रशासन से अपील की है कि दलितों पर अत्याचार को बर्दाश्त न किया जाए और कड़े कदम उठाए जाएं।
इस घटना से समाज में क्या संदेश जाता है?
यह घटना हमें यह बताती है कि हमें दलितों के अधिकारों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए और हर प्रकार के अत्याचार का विरोध करना चाहिए।