क्या दर्पण-2.0 दिल्ली में जवाबदेह, स्मार्ट गवर्नेंस की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है?
सारांश
Key Takeaways
- दर्पण-2.0 का शुभारंभ दिल्ली सरकार की स्मार्ट गवर्नेंस की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- यह प्लेटफॉर्म डेटा को एकीकृत करके निर्णय लेने की प्रक्रिया को तेज करेगा।
- सभी विभागों के नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
नई दिल्ली, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पारदर्शी और परफॉर्मेंस आधारित शासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, दिल्ली सरकार जल्द ही डिजिटल डैशबोर्ड दर्पण-2.0 का शुभारंभ करने जा रही है।
यह एक एडवांस्ड और यूनिफाइड परफॉर्मेंस-मॉनिटरिंग डैशबोर्ड है, जिसे इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) द्वारा विकसित किया जा रहा है। इसे एक रियल-टाइम और एनालिटिक्स-ड्रिवन प्लेटफॉर्म के रूप में तैयार किया गया है। दर्पण-2.0 विभिन्न सरकारी विभागों को मुख्य योजनाओं और सेवाओं के लिए एकीकृत दृष्टिकोण प्रदान करेगा, जिससे फैसले लेने में तेजी आएगी।
यह प्लेटफॉर्म कई एमआईएस सिस्टम्स को एक सिंगल विंडो और सरल इंटरफेस में इंटीग्रेट करके, विभागों में बिखरे हुए और असंगत डेटा की चुनौतियों का समाधान करेगा। इसमें विभाग के अनुसार परफॉर्मेंस इंडिकेटर्स, लाइव प्रोग्रेस ट्रैकिंग, अर्ली-वॉर्निंग इंडिकेटर्स और तुलनात्मक एनालिटिक्स शामिल होंगे। इससे सरकार को जवाबदेही और समन्वय में सुधार करने में सहायता मिलेगी।
दर्पण, कई राज्यों में सफलतापूर्वक लागू किया गया एक केंद्रीकृत मॉडल है, जिसे दिल्ली की आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित किया जाएगा। इसे 12-16 हफ्तों में विभिन्न चरणों में लागू किया जाएगा, जिसके अंत में सभी विभागों के नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
दिल्ली के आईटी मंत्री डॉक्टर पंकज कुमार सिंह ने दर्पण-2.0 पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कदम दिल्ली में जवाबदेह, डेटा आधारित स्मार्ट गवर्नेंस की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। डेटा साइलो को समाप्त करके और विभाग के प्रदर्शन की रियल-टाइम जानकारी प्रदान करके, यह प्लेटफॉर्म निर्णय लेने वालों को तेजी से कार्य करने, सेवा वितरण को बेहतर बनाने और यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि हर योजना लोगों तक पारदर्शी तरीके से पहुंचे।
यह पहल डिजिटल इंडिया के प्रति दिल्ली सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और भविष्य में प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स और पब्लिक-फेसिंग डैशबोर्ड के लिए एक मजबूत नींव रखती है। दर्पण-2.0 के संचालन के बाद, राष्ट्रीय राजधानी में गवर्नेंस के परिणाम, नागरिक सेवा वितरण और डेटा-आधारित नीति योजना में महत्वपूर्ण सुधार की आशा है।