क्या दीपावली के बाद प्रदूषण से निपटने के लिए एनडीएमसी पूरी तरह तैयार है? : कुलजीत चहल

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क्या दीपावली के बाद प्रदूषण से निपटने के लिए एनडीएमसी पूरी तरह तैयार है? : कुलजीत चहल

सारांश

क्या एनडीएमसी दीपावली के बाद प्रदूषण को नियंत्रित करने में सफल होगी? जानें कुलजीत चहल के आश्वासन और एनडीएमसी के प्रयासों के बारे में।

Key Takeaways

  • एनडीएमसी प्रदूषण के बढ़ते स्तर से निपटने के लिए तैयार है।
  • कुलजीत सिंह चहल ने नागरिकों को आश्वस्त किया है।
  • दिल्ली में वायु गुणवत्ता एक्यूआई में सुधार हो रहा है।
  • छठ पूजा के दौरान जल प्रदूषण पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
  • एनडीएमसी के प्रयासों से नागरिकों को स्वच्छ हवा और पानी मिलने की संभावना है।

नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दीपावली के उत्सव के बाद, भाजपा नेता और नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने मंगलवार को नागरिकों को आश्वासन दिया कि एनडीएमसी प्रदूषण के बढ़ते स्तर से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। परिषद क्षेत्र में व्यापक कदम उठा रही है।

राष्ट्र प्रेस के साथ वार्ता में कुलजीत सिंह चहल ने कहा, "27 वर्षों बाद, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के कारण यह पहला अवसर था जब दीपावली बिना किसी प्रतिबंध के मनाई गई। त्योहारों के बावजूद, एनडीएमसी क्षेत्र, जो शहर के सबसे हरे-भरे हिस्सों में से एक है, ने प्रदूषण के स्तर को संतोषजनक बनाए रखने में सफलता हासिल की है। हमारी टीमें सतर्क हैं और हमारी एंटी-स्मॉग गन कार्यरत हैं। पिछले साल की तुलना में, प्रदूषण के स्तर में महत्वपूर्ण गिरावट आई है।"

उन्होंने प्रमुख क्षेत्रों का उल्लेख करते हुए कहा, "पिछले साल, चांदनी चौक, ओखला और रोहिणी जैसे स्थानों पर एक्यूआई की रीडिंग 500 के आसपास थी। इस साल, यह 300 के आसपास है। आनंद विहार, जो कभी 600 को पार करता था, अब 300 के करीब है। यह वास्तविक प्रगति है।"

चहल ने जोर देकर कहा कि एनडीएमसी, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के सहयोग से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत और विकसित एनडीएमसी के दृष्टिकोण के अनुरूप कार्य कर रही है।

उन्होंने कहा, "हम न केवल वायु प्रदूषण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, बल्कि जल प्रदूषण पर भी ध्यान दे रहे हैं, खासकर छठ पूजा के नजदीक होने के कारण। दिल्ली के लोग आश्वस्त रह सकते हैं कि एनडीएमसी उनके साथ है, और हम स्वच्छ हवा और पानी सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।"

इस बीच, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, दीपावली के एक दिन बाद, मंगलवार सुबह दिल्ली-एनसीआर में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 'बड़े खराब' श्रेणी में रहा, जो 400 तक पहुंच गया।

सीपीसीबी वर्गीकरण के अनुसार, 0-50 के बीच का एक्यूआई 'अच्छा', 51-100 के बीच का एक्यूआई 'संतोषजनक', 101-200 के बीच का एक्यूआई 'मध्यम', 201-300 के बीच का एक्यूआई 'खराब', 301-400 के बीच का एक्यूआई 'बड़े खराब' और 401-500 के बीच का एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में आता है।

सीपीसीबी द्वारा विकसित समीर ऐप के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के कई क्षेत्रों में एक्यूआई का स्तर चिंताजनक रहा। इनमें नरेला (354), नजफगढ़ (334), मुंडका (357), मंदिर मार्ग (325), मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम (358), लोधी रोड (334), जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (317), जहांगीरपुरी (404), आईटीओ (345), दिलशाद गार्डन (346), द्वारका सेक्टर 8 (333), मथुरा रोड (341), बवाना (418) और आनंद विहार (352) शामिल रहे।

Point of View

हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि प्रदूषण एक गंभीर समस्या है और एनडीएमसी के प्रयास महत्वपूर्ण हैं। इन प्रयासों से नागरिकों को स्वच्छ हवा और पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
NationPress
21/10/2025

Frequently Asked Questions

एनडीएमसी प्रदूषण से निपटने के लिए क्या उपाय कर रही है?
एनडीएमसी ने एंटी-स्मॉग गन और सतर्क टीमों की तैनाती की है, साथ ही जल प्रदूषण पर भी ध्यान दे रही है।
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर क्या है?
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में एक्यूआई 400 तक पहुंच गया है, जो 'बड़े खराब' श्रेणी में आता है।
कुलजीत सिंह चहल ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि एनडीएमसी प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए व्यापक कदम उठा रही है।