क्या दीपावली हमारी संस्कृति और परंपराओं का उत्सव है?: सचदेवा

सारांश
Key Takeaways
- दीपावली का पर्व एकता और प्रेम का प्रतीक है।
- इस बार कर्तव्य पथ पर डेढ़ लाख दीये जलाए जाएंगे।
- ग्रीन पटाखों का उपयोग पर्यावरण की सुरक्षा के लिए किया जाएगा।
- भाजपा सरकार संस्कृति का आदर करती है।
- धनतेरस पर धन की कामना की गई है।
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने बताया कि दीपावली का त्योहार हमारी संस्कृति और परंपराओं का एक महत्वपूर्ण उत्सव है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दीपावली केवल एक पर्व नहीं है, बल्कि यह अंधकार पर प्रकाश, असत्य पर सत्य और निराशा पर आशा की विजय का प्रतीक है। यह दीपों का यह पर्व हमारे समाज में एकता, प्रेम और नई ऊर्जा का संदेश लाता है।
कर्तव्य पथ पर डेढ़ लाख से अधिक दीये जलाए जाने के बारे में बात करते हुए, सचदेवा ने कहा कि अब दिल्ली में भाजपा की सनातनी सरकार है, जो अपने धर्म और संस्कृति का आदर और सम्मान करना जानती है।
सचदेवा ने बताया कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में इस बार कर्तव्यपथ पर डेढ़ लाख से अधिक दीये जलाए जाएंगे। यह दिल्ली के लिए एक अद्भुत संदेश होगा कि दिल्ली इसी तरह जगमगाती रहेगी।
उन्होंने कहा कि यह दीपावली दिल्लीवासियों के लिए डबल उत्सव के साथ मनाई जा रही है।
ग्रीन पटाखों के विषय पर सचदेवा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ग्रीन पटाखों की अनुमति दी है। इसका सीधा अर्थ है कि पिछली सरकारों ने एक विशेष धर्म को निशाना बनाकर दीपावली के उत्सव को रोकने का प्रयास किया था। लेकिन, दिल्ली के लोग दीपावली ग्रीन पटाखों के साथ पूरे उमंग के साथ मनाएंगे।
उन्होंने दिल्लीवासियों से अपील की कि वे स्वच्छता का ध्यान रखें, ग्रीन पटाखों का उपयोग करें, और पर्यावरण के प्रति सजग रहें।
जीएसटी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार केंद्र सरकार ने जीएसटी स्लैब में कटौती की है, जिससे बाजारों में रौनक बढ़ गई है।
एक सोशल मीडिया पोस्ट में सचदेवा ने लिखा कि धन-धान्य से परिपूर्ण जीवन की कामना के साथ, समस्त प्रदेशवासियों को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान धन्वंतरि एवं मां लक्ष्मी की कृपा से सभी के जीवन में आरोग्य, सुख-समृद्धि और शांति का वास हो यही मंगलकामना है।