क्या दिल्ली सरकार ने वीके मल्होत्रा के निधन पर एक दिवसीय शोक की घोषणा की?

सारांश
Key Takeaways
- वीके मल्होत्रा का निधन दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण क्षति है।
- मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उनके योगदान को याद किया।
- उनका जीवन सेवा और समर्पण का उदाहरण है।
नई दिल्ली, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली सरकार ने भाजपा नेता और दिल्ली के पहले मुख्य कार्यकारी परिषद सदस्य विजय कुमार मल्होत्रा के निधन पर बुधवार को राज्य में एक दिवसीय शोक की घोषणा की।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उनके निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया और इसे अत्यंत और अपूरणीय क्षति बताया।
सरकार के बयान में कहा गया है, ''मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उनके अंतिम संस्कार को पूरा सम्मान के साथ सुनिश्चित करेगी।''
मुख्यमंत्री ने बुधवार को प्रोफेसर मल्होत्रा के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बताया कि प्रोफेसर मल्होत्रा दिल्ली भाजपा के पहले अध्यक्ष रहे हैं और उनका निधन दिल्ली की सामाजिक और राजनीतिक जीवन के लिए भी एक बड़ी क्षति है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रोफेसर मल्होत्रा, जो सांसद और विधायक भी रह चुके हैं, भारतीय जनता पार्टी के नेता रहे हैं। उन्होंने न केवल दिल्ली की राजनीति को आकार दिया, बल्कि सार्वजनिक सेवा में नए मानदंड भी स्थापित किए और लोगों के बीच एक सच्चे सेवक के रूप में सम्मान अर्जित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पार्टी की नींव को मजबूत किया और कई कार्यकर्ताओं को सेवा, अनुशासन और समर्पण का उदाहरण दिखाया। प्रोफेसर मल्होत्रा का जीवन देशभक्ति, संगठनात्मक कौशल और सरलता का प्रतीक था। वे पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए मार्गदर्शक बने और उनका निःस्वार्थ समर्पण सभी को प्रेरित करता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनका निधन केवल भाजपा परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि दिल्ली के सामाजिक और राजनीतिक जीवन में भी एक गहरा अंतर छोड़ गया है।
प्रोफेसर मल्होत्रा का सोमवार सुबह लगभग 6 बजे एम्स में निधन हो गया। 94 वर्षीय भाजपा नेता कुछ समय से बुढ़ापे संबंधी रोगों का इलाज एम्स में करा रहे थे।
उनके निधन की खबर के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद समेत अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।