क्या दिल्ली में वर्षों बाद सुनहरी नाले की सफाई हो रही है? सीएम रेखा गुप्ता का निरीक्षण

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क्या दिल्ली में वर्षों बाद सुनहरी नाले की सफाई हो रही है? सीएम रेखा गुप्ता का निरीक्षण

सारांश

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सुनहरी नाले की सफाई और बारापुला ब्रिज के निर्माण का निरीक्षण किया। यह परियोजना दिल्ली की जलभराव और यातायात समस्याओं का समाधान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। जानें इस निरीक्षण के दौरान क्या बातें सामने आईं।

Key Takeaways

  • सुनहरी नाले की सफाई के लिए 50 हजार मीट्रिक टन गाद निकाली जाएगी।
  • मुख्यमंत्री ने परियोजना की गुणवत्ता पर ध्यान दिया है।
  • बारापुला फेज़-3 कॉरिडोर 13.3 किलोमीटर लंबा होगा।
  • इसमें साइकिल ट्रैक और डेडिकेटेड वॉकवे शामिल हैं।
  • जलभराव और यातायात समस्याओं का समाधान प्राथमिकता है।

नई दिल्ली, 16 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को दक्षिण दिल्ली में स्थित सुनहरी नाले से निकाली जा रही गाद के कार्य का निरीक्षण किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने दक्षिण दिल्ली और पूर्वी दिल्ली को जोड़ने वाले निर्माणाधीन बारापुला ब्रिज, फेज़-3 के निर्माण कार्य की भी जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने इस निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को कार्यों की गुणवत्ता, गति और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार पिछले प्रशासन द्वारा छोड़ी गई पुरानी समस्याओं का समाधान कर रही है। पूर्व सरकार ने कई अधूरी और अवैज्ञानिक योजनाएं छोड़कर गई हैं, जिनमें ये दोनों भी शामिल हैं।

इस निरीक्षण में दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रवेश साहिब सिंह और संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुनहरी नाला (बारापुला ड्रेन) से जुड़ी कॉलोनियों को हर मानसून में गंभीर जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है, जिसके समाधान के लिए इस एक किलोमीटर लंबे नाले से 50 हजार मीट्रिक टन गाद निकाली जानी है, जिसमें से लगभग 14 हजार मीट्रिक टन गाद निकाल ली गई है। इस नाले की सफाई के लिए न तो उचित आउटलेट और स्लैब सिस्टम बनाए गए थे, जिसके कारण भारी मात्रा में गाद जमा होने से आसपास की कॉलोनियों को मॉनसून के दौरान गंभीर जलभराव का सामना करना पड़ रहा था।

मुख्यमंत्री के अनुसार दिल्ली मेट्रो रेल निगम इसकी सफाई कर रहा है और उम्मीद है कि अगले साल मॉनसून से पहले इस नाले को पूरी तरह साफ कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पूरे मामले का ऑडिट किया जाएगा ताकि यह स्पष्ट हो सके कि भविष्य की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित किए बिना इतने बड़े ड्रेन का निर्माण कैसे किया गया।

मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन बारापुला फेज़-3 कॉरिडोर की प्रगति की भी समीक्षा की और कहा कि यह परियोजना दिल्ली की यातायात व्यवस्था को नई दिशा देगी। यह एलिवेटेड कॉरिडोर सराय काले खां को मयूर विहार-I से जोड़ेगा। इसके तहत सराय काले खां से मयूर विहार तक डक्ट सहित उन्नत सड़क का निर्माण किया जाएगा। लगभग 13.3 किलोमीटर लंबे इस 6-लेन कॉरिडोर में 4.3 किलोमीटर लंबी साइकिल ट्रैक की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इसके अलावा, परियोजना में 500 मीटर लंबा 6-लेन का एक्स्ट्रा डोज़ ब्रिज शामिल है, जो देश का पहला ऐसा पुल होगा, जिसमें दोनों ओर डेडिकेटेड वॉकवे और साइकिल ट्रैक बनाए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि बारापुला कॉरिडोर ईस्ट दिल्ली (मयूर विहार) से साउथ दिल्ली (एम्स) के बीच कनेक्टिविटी को सुगम बनाएगा और सिग्नल-फ्री कॉरिडोर प्रदान करेगा। यह मौजूदा डीएनडी फ्लाईओवर और एनएच-24 पर यातायात के बोझ को कम करेगा और प्रतिदिन लगभग 1.5 लाख वाहनों को सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि परियोजना में आधुनिक निर्माण तकनीक और उच्च गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, ताकि संरचना मजबूत, सुरक्षित और दीर्घकालिक बनी रहे।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार केवल समस्याओं की पहचान ही नहीं कर रही है, बल्कि दशकों से चली आ रही लापरवाहियों पर मरहम लगाने का काम भी कर रही है। जलभराव, प्रदूषण और ट्रैफिक, तीनों मोर्चों पर दिल्ली को राहत दिलाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

इस अवसर पर दिल्ली के पीडब्ल्यूडी व जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि इस परियोजना में लगातार पिछली सरकार द्वारा की गई लापरवाही के कारण वर्षों की देरी हुई। वर्तमान सरकार ने मामले पर लगातार निगरानी रखी और अब सभी आवश्यक अनुमति मिल गई हैं। परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं।

Point of View

NationPress
16/12/2025

Frequently Asked Questions

सुनहरी नाले की सफाई क्यों आवश्यक है?
यह नाला हर मानसून में जलभराव का कारण बनता है, जिससे आसपास की कॉलोनियों में समस्याएं होती हैं।
बारापुला फेज़-3 कॉरिडोर का क्या महत्व है?
यह कॉरिडोर दिल्ली की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाएगा और सिग्नल-फ्री कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को क्या निर्देश दिए?
उन्होंने कार्यों की गुणवत्ता, गति और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
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