क्या दिल्ली सरकार ने गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस पर 25 नवंबर को अवकाश की घोषणा की?
सारांश
Key Takeaways
- गुरु तेग बहादुर की 350वीं शहादत वर्षगांठ पर 25 नवंबर को अवकाश।
- लाल किले पर भव्य समागम का आयोजन।
- सभी संगतों के लिए विशेष सुविधाओं का ध्यान रखा गया है।
- मुख्यमंत्री ने समारोह की तैयारियों की निगरानी की।
- सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन पर विशेष जोर।
नई दिल्ली, 22 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरु तेग बहादुर की 350वीं शहादत वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 25 नवंबर को एक सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी कि दिल्ली सरकार ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस के इस पावन अवसर पर 25 नवंबर को अवकाश की घोषणा की है। गुरु साहिब के साहस, करुणा और धार्मिक स्वतंत्रता के संदेश हमें सदैव प्रेरित करते रहेंगे।
सीएम रेखा गुप्ता ने लिखा कि मैं सभी से निवेदन करती हूं कि आप 23, 24, और 25 नवंबर को लाल किले पर गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी पर्व के उपलक्ष्य में होने वाले भव्य समागम में भाग लें। गुरु साहिब के चरणों में नमन करें, उनका आशीर्वाद प्राप्त करें, और मानवता, त्याग तथा सद्भावना के उनके अमर संदेश को अपने जीवन में अपनाएं।
उन्होंने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वीं शहीदी पर्व के उपलक्ष्य में 23, 24 और 25 नवंबर को लाल किले में भव्य समागम का आयोजन किया जा रहा है।
संगतों की सरल आवाजाही, बैठने की उचित व्यवस्था, सुरक्षा, कीर्तन के लिए शांत वातावरण और अन्य सभी आवश्यक सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है, ताकि हर श्रद्धालु पूर्ण सम्मान और शांति के साथ इस पावन अवसर में सम्मिलित हो सके। सभी संगतों से निवेदन है कि अवश्य पधारें और इस समागम की पवित्रता में सहभागी बनकर श्री गुरु साहिब जी की अमर शिक्षाओं और अद्वितीय बलिदान को नमन करें।
इससे पहले मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने तीन दिन के 'गुरमत समागम' की चल रही तैयारियों का जायजा लेने के लिए लाल किला इलाके का दौरा किया।
मुख्यमंत्री ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया और सभी संबंधित विभागों को तय समय में और उच्चतम गुणवत्ता मानकों के साथ अपना कार्य पूरा करने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान, मुख्यमंत्री ने सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन, ट्रैफिक नियंत्रण, सफाई, रोशनी, पीने के पानी और इमरजेंसी सेवाओं की उपलब्धता से संबंधित मुख्य इंतजामों का जायजा लिया।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्यक्रम के दौरान भक्तों और आने वालों को कोई परेशानी न हो और सभी विभागों के बीच आसान तालमेल की आवश्यकता पर जोर दिया।