क्या दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष के आवास के नवीनीकरण को लेकर कांग्रेस नेता का बयान सही है?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष के नवीनीकरण पर विवाद बढ़ रहा है।
- देवेंद्र यादव के बयानों पर कड़ी आपत्ति दर्ज की गई है।
- बिना शर्त माफी की मांग की गई है।
- राजनीति में इस तरह के बयानों का प्रभाव होता है।
- सत्यता को प्राथमिकता देना आवश्यक है।
नई दिल्ली, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष के आधिकारिक आवास के नवीनीकरण को लेकर कांग्रेस के नेता द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव के इस बयान पर विधानसभा अध्यक्ष ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की है।
एक पत्र के माध्यम से उनसे तीन दिन के भीतर बिना शर्त माफी की मांग की गई है।
विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय द्वारा सोमवार को जारी एक आधिकारिक पत्र में कहा गया है कि मीडिया की खबरों में यह दावा किया गया है कि स्पीकर के सरकारी आवास के नवीनीकरण पर 2.35 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं, जिसमें से 94.69 लाख रुपये बाथरूम और टॉयलेट के नवीनीकरण पर खर्च किए जा रहे हैं।
प्रेस रिलीज के अनुसार, कांग्रेस नेता ने स्पीकर के निवास को 'शौच महल' के रूप में संबोधित किया और इसके पते को 9, शामनाथ मार्ग बताया, जो अध्यक्ष का आधिकारिक आवास नहीं है।
हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा है कि 9, शामनाथ मार्ग उनका आधिकारिक निवास नहीं है।
स्पीकर ने इन बयानों को भ्रामक और तथ्यहीन बताया और कहा है कि इस प्रकार की बयानबाजी से राजनीतिक लाभ के लिए बचना चाहिए। उन्होंने अपने सचिव विनीत कुमार के माध्यम से देवेंद्र यादव को एक सख्त संदेश भेजा है, जिसमें कहा गया है कि 'आप तुरंत अपना बयान वापस लें और तीन दिनों के भीतर एक लिखित और बिना शर्त माफी पत्र दें।'
पत्र में यह भी याद दिलाया गया है कि देवेंद्र यादव दिल्ली विधानसभा के पूर्व सदस्य रह चुके हैं, और उनसे यह अपेक्षा की गई है कि वे स्पीकर जैसे गरिमामय पद का सम्मान करें। विधानसभा सचिवालय की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि बिना तथ्यों की पुष्टि किए इस तरह के बयान देना गंभीर लापरवाही है, जो न केवल स्पीकर के पद की गरिमा को ठेस पहुंचाता है, बल्कि जनता को भी गुमराह करता है।