क्या देश की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात है? प्रधानमंत्री मोदी ने उपराष्ट्रपति का आभार व्यक्त किया

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी ने 140 करोड़ भारतीयों के सपनों को पूरा करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्शाई।
- उपराष्ट्रपति ने पीएम मोदी की 'राष्ट्र प्रथम' दृष्टि की सराहना की।
- भारत ने आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन की ओर से दी गई हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करना उनके लिए एक सम्मान की बात है।
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके 24 वर्षों की समर्पित सेवा पूरी करने और 25वें गौरवशाली वर्ष में प्रवेश करने पर बधाई दी। उन्होंने पीएम मोदी की 'राष्ट्र प्रथम' की दृष्टि की भी सराहना की। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन जी, आपके स्नेहपूर्ण शब्दों के लिए धन्यवाद।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "अपने देश की सेवा करना और 140 करोड़ भारतीयों के सपनों व आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में काम करना मेरे लिए सम्मान की बात है।"
इससे पहले, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य स्तर पर पहले और अब भारत के प्रधान सेवक के रूप में देश की सेवा की है।
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समर्पित सेवा के 24 साल पूरे करने और सरकार के मुखिया के रूप में (पहले राज्य स्तर पर और अब भारत के प्रधान सेवक के रूप में) 25वें गौरवशाली वर्ष में प्रवेश करने पर मेरी हार्दिक बधाई। 'राष्ट्र प्रथम' के आपके दृष्टिकोण ने भारत को 5 अर्थव्यवस्थाओं से चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में बदल दिया है। इसने 25 करोड़ लोगों को अत्यधिक गरीबी से बाहर निकाला है।"
उपराष्ट्रपति ने आगे लिखा, "आपकी यात्रा लाखों लोगों को प्रेरित करती है, जो धर्म, कर्तव्यबोध और सेवा भाव पर आधारित है। गरीबों को सशक्त बनाने से लेकर 'आत्मनिर्भर भारत' को बढ़ावा देने और भारत के सांस्कृतिक गौरव को पुनर्जीवित करने तक, आपका नेतृत्व '2047 तक विकसित भारत' का मार्ग प्रशस्त करता है।"
उन्होंने यह भी कहा कि आप (पीएम मोदी) शक्ति, दूरदर्शिता और समर्पण के साथ राष्ट्र का मार्गदर्शन करते रहें।