क्या देवीपाटन मंडल ने आईजीआरएस की जून की रिपोर्ट में जन शिकायतों के निस्तारण में बाजी मारी?

सारांश
Key Takeaways
- आईजीआरएस पोर्टल ने शिकायतों के समाधान में पारदर्शिता लायी है।
- देवीपाटन मंडल ने पहले स्थान पर आकर उत्कृष्टता दिखाई है।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुसार त्वरित निस्तारण हो रहा है।
- वाराणसी और बस्ती मंडल ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है।
- शिकायतों का निस्तारण पूरी तरह से पारदर्शी और समयबद्ध है।
लखनऊ, 11 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश सरकार के आईजीआरएस पोर्टल ने न केवल शिकायतों के समाधान में पारदर्शिता लाई है, बल्कि पीड़ितों को त्वरित न्याय भी मिल रहा है। जून माह की आईजीआरएस रिपोर्ट में देवीपाटन मंडल ने जन शिकायतों के निस्तारण में पहला स्थान प्राप्त किया है। वाराणसी मंडल ने दूसरा और बस्ती मंडल ने तीसरा स्थान हासिल किया है।
देवीपाटन मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुसार जन शिकायतों का त्वरित निस्तारण प्राथमिकता पर किया जा रहा है। इसके लिए देवीपाटन मंडल के जिलों श्रावस्ती, बहराइच, गोंडा और बलरामपुर में शिकायतों के पारदर्शी और त्वरित समाधान के लिए कई पहल किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिलों में जन शिकायतों के निस्तारण की लगातार मॉनिटरिंग की जाती है।
मंडलायुक्त ने बताया कि वह स्वयं मंडल के सभी जिलों में जन शिकायतों के निस्तारण की प्रक्रिया का अवलोकन करते हैं। इसके साथ ही रैंडम पांच शिकायतकर्ताओं से फीडबैक लिया जाता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि शिकायतों पर उचित कार्रवाई की गई है या नहीं। हर माह जन शिकायतों की विभागीय आख्या की भी जाँच की जाती है। यही कारण है कि देवीपाटन मंडल ने जन शिकायतों के निस्तारण में राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया है।
सरकार द्वारा लांच किया गया आईजीआरएस (इंटरएक्टिव गवर्नमेंट रिड्रेसल सिस्टम) पोर्टल नागरिकों की शिकायतों के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस प्रणाली में कई सुधार किए गए हैं, जिससे यह अधिक प्रभावी साबित हुई है।
जून की आईजीआरएस रिपोर्ट के अनुसार वाराणसी मंडल ने जन शिकायतों के निस्तारण में दूसरा स्थान और बस्ती मंडल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। इन मंडलों ने शिकायतों के समाधान में समय की बचत और फीडबैक लेने की प्रक्रिया को तेज किया है। इससे यह सुनिश्चित हुआ कि कोई भी शिकायत अनसुलझी न रहे और समाधान की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और समयबद्ध हो।