क्या धनबाद के झरिया में जर्जर क्वार्टर के धंसने से तीन की मौत हुई?

Click to start listening
क्या धनबाद के झरिया में जर्जर क्वार्टर के धंसने से तीन की मौत हुई?

सारांश

धनबाद के झरिया में एक जर्जर क्वार्टर के ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई है। इस घटना ने स्थानीय लोगों में गुस्से का माहौल पैदा कर दिया है। क्या यह बीसीसीएल की लापरवाही का नतीजा है?

Key Takeaways

  • धनबाद में एक जर्जर क्वार्टर ढहने से तीन की मौत हुई।
  • घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है।
  • बीसीसीएल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया गया।
  • घायलों का इलाज शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है।
  • स्थानीय लोग मुआवजे और नौकरी की मांग कर रहे हैं।

धनबाद, 10 सितंबर (आईएएएनएस)। झारखंड के धनबाद जिले के बीसीसीएल (बिहार कोकिंग कोल लि.) के झरिया लोदना क्षेत्र संख्या-10 में एक जर्जर क्वार्टर के गिरने से दो बच्चों समेत तीन लोगों की जान चली गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में गोपाल शर्मा (25 वर्ष), चिराग कुमार (10 वर्ष) और सुषमा कुमारी (11 वर्ष) शामिल हैं। घायलों को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सूत्रों के अनुसार, बुधवार की शाम अचानक आई तेज बारिश से बचने के लिए कुछ बच्चे एक जर्जर क्वार्टर में छिप गए थे। तभी उसका एक हिस्सा गिरकर उन पर आ गिरा, जिससे बच्चे और अन्य लोग मलबे में दब गए। घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने जेसीबी बुलाकर रेस्क्यू अभियान शुरू किया और सभी बच्चों को मलबे से बाहर निकाला। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया।

हादसे की सूचना मिलने पर झरिया विधायक रागिनी सिंह मौके पर पहुंचीं और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

इस दुखद घटना के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा बीसीसीएल प्रबंधन पर फूट पड़ा। लोगों का कहना है कि कई वर्षों से खाली पड़े इन जर्जर आवासों को गिराने की मांग की जा रही थी, लेकिन कंपनी ने कोई कार्रवाई नहीं की। यदि समय पर इन मकानों को तोड़ा जाता, तो लोगों की जान बचाई जा सकती थी। स्थानीय निवासियों ने इसे बीसीसीएल की गंभीर लापरवाही करार दिया है।

झरिया क्षेत्र लंबे समय से कोयला खदानों और जमीन धंसान के कारण संकट में है। ऐसे में बीसीसीएल के पुराने आवास लोगों के लिए जानलेवा बनते जा रहे हैं। स्थानीय लोग मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे और हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग कर रहे हैं।

Point of View

बल्कि यह उन व्यवस्थाओं और प्रशासनिक लापरवाहियों का भी संकेत है जो अक्सर हमारी सुरक्षा को खतरे में डालती हैं। स्थानीय निवासियों का गुस्सा इस बात का प्रमाण है कि उन्हें अपनी जान की चिंता है। ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई और जिम्मेदारी की आवश्यकता है।
NationPress
14/12/2025

Frequently Asked Questions

क्या इस घटना में केवल बच्चों की मृत्यु हुई?
नहीं, इस घटना में दो बच्चों सहित तीन लोगों की मौत हुई है।
घायलों का इलाज कहाँ हो रहा है?
घायलों को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
क्या स्थानीय लोगों ने बीसीसीएल के खिलाफ कोई कार्रवाई की?
हाँ, स्थानीय लोगों ने बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ गुस्सा व्यक्त किया है और मुआवजे की मांग की है।
Nation Press