क्या डिजी यात्रा हवाई सफर को और भी आसान बना रहा है, 1.5 करोड़ डाउनलोड्स हुए पूरे?

सारांश
Key Takeaways
- डिजी यात्रा ऐप ने 1.5 करोड़ डाउनलोड्स का आंकड़ा पार किया।
- यह बायोमेट्रिक और कॉन्टेक्टलेस एंट्री को प्राथमिकता देता है।
- 2028 तक 80 प्रतिशत घरेलू हवाई यात्रियों को सेवा प्रदान करने का लक्ष्य।
- यह सभी 22 भारतीय भाषाओं का समर्थन करेगा।
- आधुनिक तकनीक के माध्यम से हवाई यात्रा को सरल और सुरक्षित बनाना।
बेंगलुरु, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। डिजी यात्रा ऐप के डाउनलोड की संख्या 1.5 करोड़ को पार कर गई है। यह इस बात का संकेत है कि लोग एयरपोर्ट पर बायोमेट्रिक और कॉन्टेक्टलेस एंट्री को कितना महत्व दे रहे हैं। यह जानकारी शुक्रवार को डिजी यात्रा फाउंडेशन द्वारा साझा की गई।
डिजी यात्रा फाउंडेशन के बयान में कहा गया कि डिजी यात्रा एक सेल्फ-सॉवरेन आइडेंटिटी (एसएसआई) ऐप है, जो चेहरे की पहचान तकनीक का उपयोग करती है। इसके बढ़ते उपयोग से यह भारतीय हवाई अड्डों पर गोपनीयता-प्रथम, कुशल और परेशानी मुक्त यात्रा के अनुभव को सुनिश्चित कर रही है।
दिसंबर 2022 में अपनी स्थापना के बाद से, डिजी यात्रा ने देश भर के 24 हवाई अड्डों पर उन्नत चेहरे की प्रमाणीकरण तकनीक को एकीकृत करते हुए 60 मिलियन से अधिक बाधारहित यात्राओं का संचालन किया है।
हर दिन औसतन 30,000 ऐप डाउनलोड के साथ, और अगस्त 2025 तक 16.5 मिलियन डाउनलोड का अनुमान, यह प्लेटफॉर्म डिजिटल यात्रा में नए मानक स्थापित कर रहा है और लाखों लोगों के लिए एक विश्वसनीय साथी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत कर रहा है।
वर्ष 2028 तक डिजी यात्रा का लक्ष्य भारत के लगभग 80 प्रतिशत घरेलू हवाई यात्रियों को सेवा प्रदान करना है, जबकि वर्तमान में यह आंकड़ा 30-35 प्रतिशत है।
बयान में आगे कहा गया कि बोर्डिंग पास साझाकरण को आसान बनाने के लिए एयरलाइनों और ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसियों के साथ एकीकरण की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
डिजी यात्रा फाउंडेशन के सीईओ सुरेश खड़कभवी ने कहा, "15 मिलियन उपयोगकर्ताओं का आंकड़ा पार करना डिजी यात्रा के निर्बाध, सुरक्षित और भविष्य के लिए तैयार यात्रा अनुभव प्रदान करने के विजन पर बढ़ते विश्वास की एक मजबूत पुष्टि है। 2024 में, 'डी-केवाईसी' अभियान और टियर-2 हवाई अड्डों तक विस्तार जैसी पहलों ने हमें व्यापक दर्शकों से जुड़ने में मदद की।"
उन्होंने आगे बताया कि भविष्य की ओर देखते हुए, हमारा ध्यान अपनी पहुंच बढ़ाने, उपयोगकर्ता सुविधाओं में सुधार लाने और यात्री पहचान प्रबंधन में नए वैश्विक मानक स्थापित करने पर केंद्रित है।
डिजी यात्रा आने वाले महीनों में चंडीगढ़, तिरुवनंतपुरम, मंगलुरु और श्रीनगर जैसे चार अतिरिक्त हवाई अड्डों पर अपनी बायोमेट्रिक-आधारित प्रणाली शुरू करने की योजना बना रहा है।
इसके साथ ही, यह प्लेटफॉर्म सभी 22 आधिकारिक भारतीय भाषाओं के लिए समर्थन भी शुरू कर रहा है, जिससे यात्री अपनी पसंदीदा भाषा में हवाई अड्डे की प्रक्रियाओं को नेविगेट कर सकेंगे।