क्या दिग्विजय सिंह ने आरएसएस और भाजपा की विचारधारा को सही समझा?
सारांश
Key Takeaways
- दिग्विजय सिंह ने आरएसएस की तस्वीर की प्रशंसा की।
- नवनीत राणा ने उनकी सोच को सकारात्मक रूप से स्वीकार किया।
- राजनीतिक समीकरणों पर इसका प्रभाव हो सकता है।
- उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर बंटवारे की राजनीति का आरोप लगाया।
नागपुर, 28 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता नवनीत राणा ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के द्वारा आरएसएस की एक तस्वीर की प्रशंसा पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह को यह बात थोड़ी देर से समझ में आई, लेकिन अब वे आरएसएस और भाजपा की विचारधारा को अच्छी तरह समझ चुके हैं।
नवनीत राणा ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि दिग्विजय सिंह आरएसएस और भाजपा को इसलिए समझते हैं क्योंकि वे राष्ट्रवाद का पालन करते हैं और अपने देश के प्रति ईमानदार हैं। जो भी अपने देश के प्रति ईमानदार है, उसे एक दिन मिट्टी की खुशबू महसूस होती है। जो लोग देश के लिए काम कर रहे हैं, वे भाजपा और आरएसएस हैं। मुझे लगता है कि जब उन्होंने राहुल गांधी के बारे में बात की तो वह उनके लिए चिंता नहीं दिखा रहे थे, बल्कि यह दर्शा रहे थे कि उनकी वजह से कांग्रेस संगठन को कितनी समस्याएँ आ रही हैं। मुझे लगता है कि दिग्विजय सिंह सही दिशा में हैं। आगे बढ़िए, हम आपके साथ हैं।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पीएम मोदी और लाल कृष्ण आडवाणी की एक पुरानी तस्वीर साझा की थी, जिसमें पीएम मोदी जमीन पर बैठे हुए हैं। इस फोटो को साझा कर उन्होंने आरएसएस की संगठनात्मक शक्ति की प्रशंसा की थी।
नवनीत राणा ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की भाजपा पर की गई टिप्पणी पर कहा, "मैं आपको इतना बता सकती हूं कि भाजपा ने कभी किसी दल को समाप्त करने की कोशिश नहीं की है। ये बुरे इरादे वाले लोग नहीं समझ सकते हैं। हमारे सीएम देवेंद्र फडणवीस बालासाहेब ठाकरे के आशीर्वाद के तहत काम करते हैं, क्योंकि बालासाहेब का मार्गदर्शन हमेशा हिंदुओं और देशभक्ति के लिए काम करना था। हालांकि, उद्धव ठाकरे अपनी मूल विचारधारा को छोड़कर पूरी तरह से भिन्न तरीके से कार्य कर रहे हैं।
उद्धव ठाकरे ने रविवार को मुंबई के शिवसेना भवन में पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिवसेना के साथ गठबंधन से पहले महाराष्ट्र में भाजपा को कोई नहीं जानता था। उन्होंने पार्टी नेताओं से स्पष्ट कहा कि बंटवारे की राजनीति भाजपा को सीधा लाभ पहुंचाएगी और उन्हें वॉकओवर मिल जाएगा।