क्या एनडीए प्रतिनिधिमंडल करूर की भगदड़ की वास्तविकता को जान पाएगा?

सारांश
Key Takeaways
- एनडीए प्रतिनिधिमंडल ने करूर भगदड़ की जांच के लिए यात्रा की है।
- भाजपा अध्यक्ष ने प्रतिनिधिमंडल का गठन किया है।
- प्रतिनिधिमंडल प्रभावित परिवारों से मुलाकात करेगा।
- घटना की पूरी जानकारी जेपी नड्डा को सौंपी जाएगी।
- इस घटना में 41 लोगों की मौत हो चुकी है।
नई दिल्ली, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के करूर में हुई भगदड़ की जांच के लिए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा द्वारा गठित एनडीए प्रतिनिधिमंडल नई दिल्ली से करूर के लिए रवाना हो गया है। यह प्रतिनिधिमंडल करूर में हुई भगदड़ की घटनाओं की गहराई से जांच करेगा और प्रभावित परिवारों से मिलकर भाजपा अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भाजपा सांसद हेमा मालिनी कर रही हैं। इसके अतिरिक्त, भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर, तेजस्वी सूर्या, अपराजिता सारंगी, रेखा शर्मा, बृजलाल, शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे, और तेलुगु देशम पार्टी सांसद पुट्टा महेश कुमार भी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य हैं।
प्रतिनिधिमंडल मंगलवार की सुबह नई दिल्ली से तमिलनाडु के करूर के लिए प्रस्थान कर गया। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने कहा कि जेपी नड्डा ने हमें यह कार्य सौंपा है। हम वहां जाकर स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और मृतकों के परिवारों से मिलकर जानने का प्रयास करेंगे कि भगदड़ कैसे हुई और वर्तमान स्थिति क्या है। हम उसकी एक संयुक्त रिपोर्ट जेपी नड्डा को पेश करेंगे।
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा, "भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आठ सांसदों वाला एक एनडीए प्रतिनिधिमंडल गठित किया है। यह प्रतिनिधिमंडल टीवीके पार्टी की रैली के दौरान हुई दुखद भगदड़ के स्थल का दौरा करेगा, मारे गए लोगों के परिवारों से मिलेगा और घटना के पीछे के कारणों को समझने का प्रयास करेगा। हम घटनास्थल का दौरा कर शोक-संतप्त परिवारों से मिलेंगे ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस त्रासदी के पीछे क्या कारण थे। हम स्थानीय अधिकारियों से भी चर्चा करेंगे और एक संयुक्त रिपोर्ट जेपी नड्डा को सौंपेंगे।"
प्रतिनिधिमंडल की नेता हेमा मालिनी ने कहा कि वह प्रभावित लोगों से मिलकर यह जानने का प्रयास करेंगी कि वास्तव में क्या हुआ।
ज्ञात हो कि करूर भगदड़ में 41 लोगों की मृत्यु हुई है और 110 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 51 लोगों का उपचार सफलतापूर्वक हो चुका है। बाकी घायलों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है।