क्या दुबई में श्रीकांत भासी की 51.70 करोड़ रुपए की 9 विदेशी संपत्तियां कुर्क की गईं?

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क्या दुबई में श्रीकांत भासी की 51.70 करोड़ रुपए की 9 विदेशी संपत्तियां कुर्क की गईं?

सारांश

प्रवर्तन निदेशालय ने दुबई में श्रीकांत भासी की 51.70 करोड़ रुपयों की 9 विदेशी संपत्तियों को कुर्क किया। यह कार्रवाई बैंक धोखाधड़ी के एक बड़े मामले से जुड़ी है। जानिए इस जांच के पीछे के कारण और नई जानकारी।

Key Takeaways

  • ईडी ने 9 विदेशी संपत्तियों को कुर्क किया।
  • कुल कीमत ₹51.70 करोड़
  • धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई।
  • श्रीकांत भासी का संबंध बैंक धोखाधड़ी से।
  • जांच में और खुलासे की उम्मीद।

नई दिल्ली, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के भोपाल आंचलिक कार्यालय ने बैंक धोखाधड़ी के एक बड़े मामले में महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए दुबई (यूएई) में स्थित नौ भव्य विदेशी अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है।

ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत यह कार्रवाई की है, जिनकी कुल कीमत ₹51.70 करोड़ है। 17 नवंबर 2025 को की गई इस कुर्की में अपार्टमेंट और व्यावसायिक स्थान शामिल हैं।

यह कुर्की मेसर्स एडवांटेज ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड (एओपीएल) और उसके मुख्य निदेशक/महत्वपूर्ण लाभार्थी स्वामी, श्रीकांत भासी और संबंधित व्यक्तियों द्वारा भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को ₹1266.63 करोड़ का गलत नुकसान पहुंचाने वाली बैंक धोखाधड़ी के संबंध में की गई है।

कुर्क की गई संपत्तियां सेंचुरियन रेजिडेंस, दुबई सिलिकॉन ओएसिस, लीवा हाइट्स, बिजनेस बे और वर्ल्ड ट्रेड सेंटर रेजिडेंस जैसे प्रतिष्ठित स्थानों पर स्थित हैं। ईडी की जांच में पाया गया कि ये विदेशी संपत्तियां एसबीआई को हुए भारी नुकसान से उत्पन्न अपराध की आय (पीओसी) से अर्जित की गई थीं।

ईडी की जांच से पता चला कि एओपीएल पर रणनीतिक नियंत्रण रखने वाले श्रीकांत भासी ने ये संपत्तियां अर्जित कीं और बाद में, पीओसी को छिपाने के इरादे से, 2022-2023 में उपहार विलेखों के माध्यम से बिना किसी प्रतिफल के जानबूझकर अपनी बेटी को उपहार में दे दीं। ये संपत्तियां अवैध व्यापारिक लेनदेन, बैंक निधियों के हेराफेरी, जालसाजी और सर्कुलर ट्रेडिंग के माध्यम से अर्जित धन से खरीदी गई थीं।

जांच में खुलासा हुआ कि अप्रैल-मई 2018 के बीच एसबीआई को ₹1266.63 करोड़ के 12 विदेशी साख पत्र (एफएलसी) हस्तांतरित किए गए थे, क्योंकि एओपीएल अनिवार्य मार्जिन आवश्यकताओं को पूरा करने में विफल रहा। इसके कारण बैंक को विदेशी आपूर्तिकर्ताओं को भुगतान करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिससे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक को भारी नुकसान हुआ।

ईडी ने एक व्यापक नेटवर्क का भी पता लगाया है जिसका उपयोग भारत और विदेशों में धन के हेरफेर और संपत्ति अधिग्रहण के लिए किया गया था।

ईडी के अधिकारियों के अनुसार जल्द ही इस मामले में और खुलासे होने की संभावना है। मामले में आगे की जांच जारी है।

Point of View

बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे कुछ लोग अपनी संपत्तियों को छिपाने के लिए जटिल योजनाएं बनाते हैं। यह एक गंभीर मुद्दा है जो राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता से जुड़ा है।
NationPress
18/11/2025

Frequently Asked Questions

ईडी ने संपत्तियों को क्यों कुर्क किया?
ईडी ने बैंक धोखाधड़ी के मामले में जांच के तहत संपत्तियों को कुर्क किया है।
श्रीकांत भासी कौन हैं?
श्रीकांत भासी एओपीएल के मुख्य निदेशक और महत्वपूर्ण लाभार्थी हैं।
इन संपत्तियों की कुल कीमत क्या है?
इन संपत्तियों की कुल कीमत ₹51.70 करोड़ है।
कुर्क की गई संपत्तियां कहाँ स्थित हैं?
ये संपत्तियां दुबई के विभिन्न प्रतिष्ठित स्थानों पर स्थित हैं।
कुर्की का मुख्य कारण क्या है?
कुर्की का मुख्य कारण भारतीय स्टेट बैंक को हुए भारी नुकसान से संबंधित है।
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