क्या प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध सट्टेबाजी मामले में युवराज सिंह-उर्वशी रौतेला की संपत्तियां अटैच कीं?
सारांश
Key Takeaways
- ईडी ने 7.93 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त की हैं।
- अवैध सट्टेबाजी ऐप 'वन एक्स बैट' से जुड़ा मामला।
- कई नामी हस्तियों की संपत्तियां प्रभावित हुई हैं।
- ईडी ने बैंक खातों को फ्रीज किया है।
- सट्टेबाजी से जुड़े अवैध लेन-देन की जांच जारी है।
नई दिल्ली, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अवैध सट्टेबाजी ऐप ‘वन एक्स बैट’ से संबंधित मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस मामले में कई प्रमुख क्रिकेटरों और फिल्मी सितारों की संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया गया है।
ईडी ने अपनी जांच में तेजी लाते हुए कुल 7.93 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त की हैं। जिन हस्तियों की संपत्तियां प्रभावित हुई हैं उनमें भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह, रॉबिन उथप्पा, बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद, अभिनेत्री उर्वशी रौतेला, मिमी चक्रवर्ती, अंकुश हाजरा और नेहा शर्मा शामिल हैं।
इस कार्रवाई के तहत शिखर धवन की 4.55 करोड़ रुपए और सुरेश रैना की 6.64 करोड़ रुपए की संपत्ति पहले ही जब्त की जा चुकी थी।
अब ईडी ने सोनू सूद की 1 करोड़ रुपए, मिमी चक्रवर्ती की 59 लाख रुपए, युवराज सिंह की 2.5 करोड़ रुपए (वाईडब्ल्यूसी हेल्थ एंड वेलनेस प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर), नेहा शर्मा की लगभग 1.26 करोड़ रुपए, रॉबिन उथप्पा की 8.26 लाख रुपए, अंकुश हाजरा की 47.20 लाख रुपए और उर्वशी रौतेला की मां मीरा रौतेला की 2.02 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की है।
इस प्रकार, अब तक इस मामले में करीब 7.93 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्तियां ईडी ने अपने नियंत्रण में ले ली हैं।
मामला ‘वन एक्स बैट’ और इसके अन्य ब्रांड्स से जुड़ा हुआ है, जो भारत में बिना किसी कानूनी अनुमति के ऑनलाइन सट्टेबाजी का संचालन कर रहे थे। ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि यह ऐप भारत में अपने प्रचार के लिए कई प्रमुख हस्तियों का उपयोग कर रहा था। इन हस्तियों ने जानबूझकर विदेशी कंपनियों के साथ एंडोर्समेंट डील की, जिससे अवैध आय को छिपाने का प्रयास किया गया।
ईडी को यह पता चला है कि वन एक्स बैट और उससे संबंधित ब्रांड सोशल मीडिया, ऑनलाइन वीडियो, प्रिंट मीडिया और अन्य माध्यमों से भारत में उपयोगकर्ताओं को सट्टेबाजी के लिए आकर्षित कर रहे थे। इन प्लेटफार्मों ने फर्जी और किराए के हजारों बैंक खाते बनाकर करोड़ों रुपए के लेन-देन किए हैं। ईडी ने देश के प्रमुख चार पेमेंट गेटवे पर छापे मारे हैं और 60 से अधिक बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है।