फांसी घर विवाद: क्या विशेषाधिकार समिति की बैठक में केजरीवाल-सिसोदिया की अनुपस्थिति का असर होगा?
सारांश
Key Takeaways
- विशेषाधिकार समिति की बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा रहे हैं।
- केजरीवाल और सिसोदिया की अनुपस्थिति ने सवाल उठाए हैं।
- अगली बैठक में सभी पक्षों को अपनी बात रखने का मौका मिलेगा।
- समिति की जांच निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ की जा रही है।
- 20 नवंबर की बैठक इस जांच के लिए महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, १३ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। विशेषाधिकार समिति की बैठक में गुरुवार को अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, राम निवास गोयल और राखी बिरला उपस्थित नहीं थे। समिति ने सभी को अपना पक्ष रखने के लिए एक और अवसर प्रदान करते हुए २० नवंबर को दोपहर २:३० बजे अगली बैठक की तिथि निर्धारित की है। यह जानकारी विशेषाधिकार समिति के अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह राजपूत ने दी।
बैठक के दौरान समिति ने ९ अगस्त २०२२ को दिल्ली विधानसभा परिसर में उद्घाटित ‘फांसी घर’ की प्रामाणिकता से संबंधित मामले की विस्तृत समीक्षा जारी रखी। समिति ने इस विषय से संबंधित दस्तावेजों, पृष्ठभूमि अभिलेखों तथा अन्य सामग्रियों का अवलोकन किया। समिति इस विषय पर तथ्यों और परिस्थितियों की गहन जांच कर रही है ताकि सभी प्रक्रियात्मक एवं तथ्यात्मक पहलुओं का सही परीक्षण किया जा सके।
अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह राजपूत ने बताया कि बैठक में अभय कुमार वर्मा, अजय कुमार महावर, नीरज बसोया, सूर्या प्रकाश खत्री एवं सतीश उपाध्याय उपस्थित थे, जिससे समिति अपनी निर्धारित कार्यवाही को आगे बढ़ा सकी।
समिति ने यह भी स्पष्ट किया कि २० नवंबर की आगामी बैठक इस जांच के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। समिति को अपेक्षा है कि जो व्यक्ति आज उपस्थित नहीं हुए, वे अगली बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित होकर अपना पक्ष एवं आवश्यक स्पष्टीकरण प्रस्तुत करेंगे। सभी संबंधित व्यक्तियों का सहयोग इस मामले के समयबद्ध एवं प्रभावी निष्कर्ष के लिए आवश्यक है।
समिति ने पुनः यह दोहराया कि वह प्रस्तुत मामले की निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिबद्ध है। अभिलेखों की समग्र समीक्षा एवं सभी संबंधित पक्षों की उपस्थिति सुनिश्चित कर समिति विधान कार्यवाही में अपेक्षित पारदर्शिता, जवाबदेही एवं संस्थागत मर्यादा को बनाए रखने के लिए प्रयत्नशील है।