क्या फर्रुखाबाद में खाद्य विभाग ने मिठाई दुकानों पर छापा मारा?

सारांश
Key Takeaways
- खाद्य सुरक्षा विभाग ने दीपावली के मौके पर छापे मारे।
- 15 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से एक नमूना फेल हुआ।
- मिलावटखोरी रोकने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं।
- उपभोक्ताओं को सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने का लक्ष्य।
- त्योहारों के समय में शुद्धता पर जोर।
फर्रुखाबाद, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दीपावली के अवसर पर मंगलवार दोपहर को फर्रुखाबाद शहर में खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन ने मिलावटखोरी पर अंकुश लगाने हेतु एक व्यापक छापामार अभियान चलाया। डिप्टी कमिश्नर अजीत कुमार की अगुवाई में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अक्षय प्रधान और उनकी टीम ने शहर की प्रमुख मिठाई दुकानों से नमूने एकत्र किए और फूड सेफ्टी वैन में तुरंत जांच की।
इस अभियान के तहत 15 नमूनों की जांच की गई, जिसमें एक दुकान की खोया बर्फी में स्टार्च की मिलावट पाई गई।
टीम ने सबसे पहले आवास विकास स्थित मिठाई की दुकान पर छापा मारा। यहां छेना, काजू कतली और बर्फी के नमूनों की जांच की गई, जो सभी सही पाए गए। इसके पश्चात टीम बढ़पुर मंदिर देवी के पास मिष्ठान भंडार पहुँची। वहां छेना और खोया बर्फी के नमूने लिए गए। छेना का नमूना पास हो गया, लेकिन खोया बर्फी में स्टार्च की मिलावट पाए जाने के कारण यह सैंपल फेल हो गया। इस पर टीम ने खोया बर्फी का नमूना सील कर आगे की जांच के लिए भेजा।
इसके बाद टीम ने रोडवेज बस स्टैंड पर एक मिठाई की दुकान से खोया बर्फी का नमूना लिया, जो जांच में सही पाया गया। कादरीगेट की एक प्रमुख दुकान से लिए गए नमूने भी पास हो गए। अंत में, पांचाल घाट स्थित मिष्ठान भंडार पर छेना और बर्फी के नमूने जांचे गए, जो सभी मानकों पर खरे उतरे।
डिप्टी कमिश्नर अजीत कुमार ने बताया कि त्योहारी सीजन में मिलावटखोरी को रोकने के लिए यह अभियान दशहरा से प्रारंभ किया गया है और यह दीपावली तक जारी रहेगा।
उन्होंने कहा, "हमने कुल 15 नमूने लिए, जिनमें से एक खोया बर्फी के नमूने में स्टार्च मिला। बाकी सभी नमूने सही पाए गए। दोषी दुकान के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। खाद्य सुरक्षा विभाग का यह अभियान उपभोक्ताओं को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, ताकि त्योहारों का उत्साह शुद्धता के साथ मनाया जा सके।"