क्या गौतमबुद्धनगर पुलिस ने बारावफात जुलूस की सुरक्षा व्यवस्था का गहन निरीक्षण किया?

सारांश
Key Takeaways
- गौतमबुद्धनगर पुलिस ने बारावफात जुलूस की सुरक्षा के लिए ठोस इंतजाम किए।
- डीसीपी ने पुलिस को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए।
- सांप्रदायिक सौहार्द और शांति बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है।
- विशेष चौकसी के साथ भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर निगरानी रखी गई।
- स्थानीय निवासियों ने पुलिस के प्रयासों की सराहना की।
नोएडा, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गौतमबुद्धनगर पुलिस प्रशासन ने बारावफात जुलूस को सफलतापूर्वक और शांति से सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षा के मजबूत प्रबंध किए हैं।
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में डीसीपी सेंट्रल नोएडा, शक्ति मोहन अवस्थी ने बिसरख और थाना सूरजपुर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जुलूस मार्गों पर पैदल गश्त कर सुरक्षा-व्यवस्था का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान, डीसीपी ने जुलूस मार्ग का बारीकी से जायजा लिया और ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों एवं जवानों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के धार्मिक आयोजनों के दौरान पुलिस की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, इसलिए प्रत्येक पुलिसकर्मी को अनुशासन, संवेदनशीलता और सतर्कता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
उन्होंने जवानों को यह भी निर्देश दिया कि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए उन्हें पूरी तरह तैयार रहना चाहिए और जनता को हर हाल में सुरक्षा का अहसास कराना चाहिए।
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने आमजन से संवाद करते हुए आश्वासन दिया कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस हमेशा तत्पर है।
उन्होंने कहा कि बारावफात जैसे धार्मिक आयोजनों के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द और शांति बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है और पुलिस प्रशासन इस दिशा में कोई कोताही नहीं बरतेगा।
जुलूस मार्गों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस की निगरानी, पैदल गश्त, रूट चेकिंग और प्वाइंट ड्यूटी जैसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गईं।
इसके अलावा, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर विशेष चौकसी बरती गई, ताकि किसी भी प्रकार की अफवाह या शरारती गतिविधि को तुरंत रोका जा सके।
गौतमबुद्धनगर पुलिस प्रशासन द्वारा किए गए इन सख्त और सुनियोजित इंतजामों से क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली। स्थानीय निवासियों ने पुलिस की तत्परता और संवेदनशीलता की सराहना की और कहा कि ऐसे प्रयासों से जनता का भरोसा पुलिस पर बढ़ता है।