क्या दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे और प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर है?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई अति-गंभीर श्रेणी में है।
- घने कोहरे के कारण हवाई सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
- सरकार स्कूलों को ऑनलाइन मोड में चलाने पर विचार कर रही है।
- लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी गई है।
- प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है।
नोएडा, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर भारत में इस समय कोहरे का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। दिल्ली और पूरे एनसीआर में ठंड, घना कोहरा और भयानक प्रदूषण ने सामान्य जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर के अधिकांश क्षेत्रों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) निरंतर ‘अति-गंभीर’ श्रेणी में बना हुआ है, जिससे लोगों को सांस लेने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी), दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी), भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) और आईआईटीएम के एयर क्वालिटी स्टेशनों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 400 के पार पहुँच चुका है।
आनंद विहार में एक्यूआई 434 दर्ज किया गया, वहीं विवेक विहार में यह 435 तक पहुँच गया। अशोक विहार का एक्यूआई 415, चांदनी चौक का 417, रोहिणी का 421 और वजीरपुर का एक्यूआई 424 रिकॉर्ड किया गया। आर.के. पुरम में एक्यूआई 409, डीटीयू में 413 और सिरीफोर्ट में 399 दर्ज किया गया। बवाना में 373, बुराड़ी क्रॉसिंग में 387, करणी सिंह शूटिंग रेंज में 393 और सोनिया विहार में 395 एक्यूआई रहा। शादिपुर में एक्यूआई 308 और श्री अरविंदो मार्ग पर 352 दर्ज किया गया, जो अब भी बेहद खराब श्रेणी में है।
दिल्ली से सटे एनसीआर के शहरों में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। गाजियाबाद के इंदिरापुरम में एक्यूआई 376, लोनी में 338 और संजय नगर में 363 दर्ज किया गया। वहीं नोएडा के सभी चार सक्रिय स्टेशनों पर हवा की गुणवत्ता बेहद खराब रही। सेक्टर-1 नोएडा में एक्यूआई 438, सेक्टर-125 में 416, सेक्टर-116 में 411 और सेक्टर-62 में 358 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, घने कोहरे की स्थिति अभी भी बनी रह सकती है।
आईएमडी की 7-दिवसीय भविष्यवाणी के अनुसार, 20 से 25 दिसंबर तक अधिकतम तापमान 16 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है, जबकि न्यूनतम तापमान 10 से 12 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। इन दिनों में घने कोहरे की चेतावनी जारी की गई है। तापमान में गिरावट और हवा की रफ्तार कम होने के कारण प्रदूषक कण वातावरण में जमा हो रहे हैं, जिससे स्मॉग की स्थिति और गंभीर हो रही है।
घने कोहरे का प्रभाव हवाई सेवाओं पर भी स्पष्ट दिखाई दे रहा है। कई उड़ानों में देरी और रद्द होने की ख़बरें सामने आ रही हैं, क्योंकि विजिबिलिटी बहुत कम हो गई है। सड़कों पर भी सुबह और रात के समय वाहन चालकों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
स्थिति को देखते हुए शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन स्कूलों को फिलहाल ऑनलाइन मोड में चलाने पर विचार कर रहा है, ताकि बच्चों को ठंड, कोहरे और प्रदूषण के जोखिम से बचाया जा सके। विशेषज्ञों की सलाह है कि लोग अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें, मास्क का उपयोग करें और विशेषकर बुजुर्ग, बच्चे एवं सांस के रोगी विशेष सावधानी बरतें।