क्या गिरिडीह में कार्तिक पूर्णिमा की शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसक झड़प?
सारांश
Key Takeaways
- गिरिडीह में शोभा यात्रा के दौरान हुई हिंसक झड़प से 20 से अधिक लोग घायल हुए।
- घटना का कारण आपसी विवाद था जो बढ़ गया।
- पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है।
- घायलों का इलाज स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों में चल रहा है।
- प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
गिरिडीह, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड राज्य के गिरिडीह जिले के ताराटांड़ थाना क्षेत्र में बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित शोभा यात्रा के दौरान दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई।
एक मामूली विवाद ने तेजी से उग्र रूप धारण कर लिया, जिसके परिणामस्वरूप दोनों पक्षों के बीच पत्थरबाजी और लाठी-डंडे का इस्तेमाल किया गया। इस घटना में 20 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद की शुरुआत मंगलवार शाम को तुलसी विवाह के दौरान बारात के भ्रमण से हुई थी। जब शोभा यात्रा बुधवार सुबह काली मंदिर के निकट पहुंची, तो दूसरे पक्ष के लोगों ने जुलूस को रोकने का प्रयास किया। इसका विरोध करने पर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हुई, और कुछ लोगों द्वारा वीडियो बनाने की बात को लेकर विवाद और बढ़ गया।
थोड़ी ही देर में दोनों पक्षों के बीच रोड़ेबाजी शुरू हो गई, जिससे पूरे गांव में अफरातफरी मच गई। घटना की सूचना मिलने के बाद, ताराटांड़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन स्थिति बिगड़ने पर गांडेय, अहिल्यापुर और अन्य थानों से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाना पड़ा। मौके पर उपायुक्त रामनिवास यादव, पुलिस अधीक्षक डॉ. बिमल कुमार और एसडीपीओ जितवाहन उरांव स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पहुंचे।
अधिकारियों ने खुद मोर्चा संभालकर स्थिति को शांत कराया। पुलिस ने बताया कि झड़प में घायल लोगों का इलाज स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों में किया जा रहा है, जबकि गंभीर रूप से घायलों को गिरिडीह सदर अस्पताल रेफर किया गया है। गांव में एहतियातन बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. बिमल कुमार ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि दो व्यक्तियों के आपसी विवाद से यह घटना शुरू हुई थी। जो भी लोग विधि-व्यवस्था भंग करने में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल माहौल तनावपूर्ण लेकिन पूरी तरह से नियंत्रण में है।