क्या गोवा के मोपा एयरपोर्ट पर पार्किंग शुल्क वृद्धि के खिलाफ टैक्सी चालकों का प्रदर्शन है?

सारांश
Key Takeaways
- मनोहर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पार्किंग शुल्क वृद्धि का विरोध।
- प्रदर्शन में सैकड़ों टैक्सी चालक और उनके परिवार शामिल हुए।
- जीएमआर कंपनी के खिलाफ नारेबाजी।
- महिला टैक्सी चालकों की सक्रिय भागीदारी।
- शुल्क वृद्धि को तुरंत वापस लेने की मांग।
पणजी, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गोवा के मनोहर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (मोपा) पर पार्किंग शुल्क में वृद्धि के खिलाफ स्थानीय कैब चालकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। जीएमआर कंपनी ने स्थानीय टैक्सी चालकों के लिए पार्किंग शुल्क को 80 रुपए से बढ़ाकर 200 रुपए करने का निर्णय लिया था, जिसके खिलाफ टैक्सी चालक संघ ने विरोध किया।
यह विरोध इतना तीव्र था कि सैकड़ों टैक्सी चालक, उनके परिवार और समर्थक एयरपोर्ट के क्षेत्र में घुस गए। पुलिस की मौजूदगी के बावजूद, प्रदर्शनकारियों ने घेराबंदी तोड़कर एयरपोर्ट के अंदर प्रवेश किया और कंपनी प्रबंधन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इस दौरान गोवा फॉरवर्ड पार्टी और अन्य स्थानीय संगठनों के सदस्य भी शामिल हुए।
प्रदर्शन का नेतृत्व गोवा फॉरवर्ड पार्टी के अध्यक्ष विजय सरदेसाई, रिवोल्यूशनरी गवर्नमेंट पार्टी के मनोज परब और टैक्सी यूनियन के प्रमुखों ने किया। मार्च में महिला टैक्सी चालक और उनके परिवार भी सक्रिय थे और उन्होंने पार्किंग शुल्क की वृद्धि को तुरंत वापस लेने की मांग की। एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, "हमारा परिवार एयरपोर्ट पर निर्भर है, लेकिन यह बढ़ोतरी हमें बर्बाद कर देगी।" टैक्सी चालक संघ का कहना है कि यह शुल्क वृद्धि उनकी आजीविका को प्रभावित करेगी और पर्यटकों को भी महंगाई का सामना करना पड़ेगा।
विरोध प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि प्रदर्शनकारियों ने एयरपोर्ट के अंदर घुसने की कोशिश की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे और भी उग्र प्रदर्शन करेंगे। स्थानीय विधायक पर निशाना साधते हुए एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, "हमारे विधायक डांडिया में व्यस्त हैं, जबकि हमें अपनी मांगें मनवाने के लिए सड़क पर उतरना पड़ रहा है।"
यह विवाद नया नहीं है, पिछले वर्ष भी जीएमआर ने पार्किंग शुल्क को 80 रुपए से 200 रुपए प्रति 30 मिनट बढ़ाया था, जिसके खिलाफ टैक्सी चालकों ने प्रदर्शन किया था। उस समय पर्नेम विधायक प्रवीण अर्लेकर ने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से हस्तक्षेप कराकर शुल्क कम कराया था। अप्रैल 2025 में भी शुल्क वृद्धि के खिलाफ शिव वॉरियर्स टैक्सी एसोसिएशन ने विरोध किया था, जिसमें स्थानीय लोगों ने भूमि अधिग्रहण के बारे में धोखे का आरोप लगाया। टैक्सी चालक संघ ने चेतावनी दी है कि यदि शुल्क वापस नहीं लिया गया, तो प्रदर्शन और तेज होगा।
—राष्ट्र प्रेस
एससीएच