क्या गुरुग्राम में जलभराव से हुई मौतें दुखद नहीं हैं?

सारांश
Key Takeaways
- गुरुग्राम में जलभराव ने कई जिंदगियाँ छीन लीं।
- अनिल विज ने स्थिति को गंभीरता से लेने की बात की।
- शहर की पुरानी योजना और अव्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया गया।
- कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पूर्व योजनाओं की कमी का उल्लेख।
- सीधे लाभार्थियों के खातों में योजनाओं का पैसा भेजा जाता है।
गुरुग्राम, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज ने गुरुग्राम में जलभराव के चलते 8-9 लोगों की मौत को अत्यंत दुखद बताया। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह स्थिति शहर की पुरानी योजना और अव्यवस्था के कारण उत्पन्न हुई है।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब गुरुग्राम का निर्माण हुआ, तब कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन उस समय नालियों और सड़कों की सही योजना नहीं बनाई गई। अब जब शहर विकसित हो चुका है, उसे तोड़कर सुधार करना आसान नहीं है, फिर भी पूर्व सीएम मनोहर लाल ने 10 वर्षों में सुधार के लिए प्रयास किए। ये मौतें बहुत दुखद हैं और हमारी सरकार इसे गंभीरता से लेकर सुधार के लिए कार्यरत है।
अनिल विज ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस ट्वीट पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को गरीब किसानों से पैसे लेकर अरबपतियों की जेब भरने वाला बताया था। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि यह राहुल गांधी के समय की बात नहीं है, जब उनकी सरकार में एक रुपए भेजने पर केवल 15 पैसे लोगों तक पहुंचते थे।
उन्होंने जोर देकर कहा कि अब किसान निधि, पेंशन और अन्य योजनाओं का पैसा सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जाता है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब पैसा सीधे खाते में जाता है, तो यह किसी की तिजोरी में कैसे जा सकता है?
इसके अलावा, विज ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के उस बयान पर भी तंज कसा, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने 16 बार युद्धविराम की बात की, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने कोई जवाब नहीं दिया। विज ने कहा कि खड़गे को न अपने देश पर भरोसा है, न ही अपने प्रधानमंत्री पर।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि खड़गे भले ही भारत के प्रधानमंत्री की बात न मानें, लेकिन पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री की बात पर तो भरोसा कर लें, जिन्होंने स्पष्ट कहा है कि ट्रंप ने मध्यस्थता की कोई बात नहीं की। अनिल विज ने खड़गे के बयान को आधारहीन करार देते हुए कहा कि यह कांग्रेस की पुरानी आदत है, जो बिना तथ्यों के आरोप लगाती है।