क्या भाजपा विधायक प्रदीप प्रसाद ने जर्जर सड़कों पर हल-बैल लेकर विरोध किया?

सारांश
Key Takeaways
- हजारीबाग की सड़कों की स्थिति बेहद खराब है।
- भाजपा विधायक ने अनोखे तरीके से विरोध किया।
- स्थानीय प्रशासन पर जिम्मेदारियों से भागने का आरोप।
- जनता की आवाज को अनसुना नहीं किया जा सकता।
- प्रदर्शन का उद्देश्य सड़क सुधार की मांग करना है।
हजारीबाग, 13 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के हजारीबाग जिला मुख्यालय की खराब सड़कों को लेकर सदर सीट के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक प्रदीप प्रसाद ने सोमवार को एक अनोखे तरीके से विरोध किया। विधायक अपने समर्थकों के साथ हल-बैल लेकर हजारीबाग मेन रोड पर उतर आए।
उन्होंने कहा, "नगर निगम, एनएचएआई और राज्य सरकार की अनदेखी के कारण हजारीबाग शहर की सड़कों का हाल खेतों से भी बदतर हो गया है। जनप्रतिनिधियों और जनता के सामने अब यही विकल्प है कि यहां हल-बैल से जुताई कर खेती की जाए।"
विधायक के इस विरोध-प्रदर्शन की सूचना मिलते ही नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त और एनएच के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। विधायक और स्थानीय लोगों ने उन्हें जमकर सुनाया। लोगों ने कहा कि सरकारी विभाग भूमि पर काम करने के बजाय अपनी जिम्मेदारियों को एक-दूसरे पर डाल रहे हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए विधायक प्रदीप प्रसाद ने कहा कि सदर विधानसभा क्षेत्र में शायद ही कोई सड़क सही हालत में हो। मेन रोड, बस स्टैंड, ग्वाल टोली चौक, रामनगर, शिवदयाल, ओकनी रोड, और इंद्रपुरी चौक, हर जगह सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं। सबसे खराब स्थिति हजारीबाग-चतरा रोड के लेपो चौक के पास है, जहां चलना भी सुरक्षित नहीं है।
विधायक ने कहा कि यह प्रदर्शन महज प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि उस दर्द और आक्रोश की आवाज है, जिसे हजारीबाग की जनता रोज इन टूटी-फूटी, कीचड़भरी और धूल से भरी सड़कों पर सहन कर रही है।
उन्होंने बताया कि पिछले छह महीनों से नगर निगम, जिला प्रशासन और राज्य सरकार को सड़क और नाली सुधार से जुड़ी समस्याओं की जानकारी दी गई है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 24 घंटे के भीतर सड़कों को दुरुस्त करने का काम नहीं शुरू हुआ, तो वे बेमियादी आंदोलन करेंगे।