क्या हजारीबाग में सड़क निर्माण साइट पर हमला हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- हजारीबाग में हुई यह घटना क्षेत्र में दहशत फैला रही है।
- हथियारबंद अपराधियों ने निर्माण मशीनों को आग के हवाले किया।
- पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
- यह घटना रंगदारी वसूली का प्रतीक हो सकती है।
- स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाने का आश्वासन दिया है।
हजारीबाग, 24 जून (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के हजारीबाग जिले के बड़कागांव थाना क्षेत्र में एक सड़क निर्माण कार्य में संलग्न कंपनी की निर्माण साइट पर सोमवार की रात को हथियारबंद अपराधियों ने अचानक हमला करके उत्पात मचाया। इस हमले के दौरान उन्होंने दो जेसीबी, दो हाइवा ट्रक के अलावा ग्रेडर, पानी टैंकर और जेनरेटर को आग लगा दी।
इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत फैल गई। जब अपराधी भाग चुके थे, तब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। जानकारी के अनुसार, बड़कागांव प्रखंड के बादम कस्बे से रांची-पटना रोड पर स्थित चरही के बीच सड़क निर्माण का ठेका 'मां इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी' को दिया गया था। कंपनी ने जोराकाठ गांव में निर्माण साइट बनाई है। रात करीब 11 बजे हथियारबंद अपराधियों ने धावा बोलकर अपने हथियारों को चमकाया, जिसे देखकर वहां उपस्थित सभी कर्मी भाग खड़े हुए।
फिर, उन्होंने साइट पर मौजूद वाहनों और मशीनों को आग के हवाले कर दिया। इस वारदात के पीछे रंगदारी वसूली का प्रयास किया गया है। यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस अपराध के पीछे कोई संगठित गिरोह है या कोई उग्रवादी संगठन। इसी तरह की एक घटना पहले एक जून को हजारीबाग जिले के केरेडारी थाना क्षेत्र में भी हुई थी, जहां नक्सलियों ने बीजीआर कंपनी के दो वाहनों में आग लगा दी और कई राउंड फायरिंग की थी। गोलीबारी में एक युवक घायल भी हुआ था।
इस घटना में टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) का नाम भी सामने आया था। हजारीबाग जिले में 19-20 मार्च की रात सीसीएल (सेंट्रल कोलफील्ड्स लि.) की न्यू बिरसा परियोजना में भी हथियारबंद अपराधियों ने उत्पात मचाया था। उन्होंने एक पेलोडर मशीन को जला दिया और दो पेलोडर मशीनों और तीन हाईवा गाड़ियों को तोड़फोड़ कर दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की थी, जिससे सीसीएल का एक कर्मी भी घायल हुआ था।