क्या एनएसए अजीत डोभाल ने रूसी सुरक्षा परिषद के उप सचिव से मुलाकात की?

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क्या एनएसए अजीत डोभाल ने रूसी सुरक्षा परिषद के उप सचिव से मुलाकात की?

सारांश

बीजिंग में हुई इस महत्वपूर्ण मुलाकात में एनएसए अजीत डोभाल और अलेक्जेंडर वेनेडिक्तोव के बीच सुरक्षा और आतंकवाद-रोधी मुद्दों पर चर्चा हुई। यह बातचीत एससीओ की 20वीं बैठक के दौरान हुई, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूती मिल सकती है।

Key Takeaways

  • अजीत डोभाल और अलेक्जेंडर वेनेडिक्तोव के बीच महत्वपूर्ण मुलाकात हुई।
  • बैठक में सुरक्षा और आतंकवाद-रोधी मुद्दों पर चर्चा की गई।
  • यह मुलाकात एससीओ की 20वीं बैठक के दौरान हुई।
  • भारत ने चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया।
  • एससीओ का उद्देश्य क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ाना है।

बीजिंग, २४ जून (राष्ट्र प्रेस)। नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) अजीत डोभाल ने मंगलवार को रूसी संघ के सुरक्षा परिषद के उप सचिव अलेक्जेंडर वेनेडिक्तोव से बातचीत की। यह मुलाकात बीजिंग में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सुरक्षा परिषद सचिवों की 20वीं बैठक के दौरान हुई।

भारत के दूतावास ने एक्स पर जानकारी दी, "रूसी संघ की सुरक्षा परिषद के डिप्टी सचिव अलेक्जेंडर वेनेडिक्तोव ने मंगलवार को बीजिंग में एससीओ सुरक्षा परिषद सचिवों की 20वीं बैठक में एनएसए अजीत डोभाल से मुलाकात की।"

यह उच्च स्तरीय बातचीत एससीओ के ढांचे में चल रही बहुपक्षीय चर्चाओं का हिस्सा है, जिसमें सुरक्षा, क्षेत्रीय स्थिरता और आतंकवाद-रोधी मुद्दे शामिल हैं।

विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, एक दिन पहले, एनएसए डोभाल ने बीजिंग में चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी।

यह बैठक डोभाल की चीन यात्रा के संदर्भ में हुई, जहां वह एससीओ फोरम में भाग लेने गए थे। यह फोरम प्रमुख यूरेशियाई देशों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को एक मंच पर लाता है।

बैठक के दौरान, डोभाल और वांग ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों में हाल के घटनाक्रमों की समीक्षा की। दोनों ने दो एशियाई शक्तियों के बीच समग्र संबंधों को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया।

विदेश मंत्रालय ने आगे कहा, "एनएसए ने उल्लेख किया कि वह विशेष प्रतिनिधि (एसआर) वार्ता के 24वें दौर के लिए एक पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तारीख पर भारत में वांग यी से मिलने के लिए उत्सुक हैं।"

भारत ने हाल ही में चीन की अध्यक्षता में एससीओ शिखर सम्मेलन में एक दस्तावेज में, पहलगाम आतंकवादी हमले के संदर्भ को शामिल करने के लिए दबाव डाला है। यह कदम बहुपक्षीय मंचों के माध्यम से आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के लगातार जोर देने को दर्शाता है।

एससीओ की स्थापना जून 2001 में शंघाई में हुई थी। यह एक स्थायी अंतर-सरकारी संगठन है जो मुख्य रूप से सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और क्षेत्रीय संपर्क पर केंद्रित है। इसके सदस्य देशों में भारत, चीन, रूस, ईरान, पाकिस्तान, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और बेलारूस शामिल हैं।

Point of View

बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता में भी योगदान देगी।
NationPress
24/06/2025

Frequently Asked Questions

एनएसए अजीत डोभाल ने किसके साथ बैठक की?
एनएसए अजीत डोभाल ने रूसी संघ के सुरक्षा परिषद के उप सचिव अलेक्जेंडर वेनेडिक्तोव के साथ बैठक की।
बैठक का मुख्य उद्देश्य क्या था?
बैठक का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा, क्षेत्रीय स्थिरता और आतंकवाद-रोधी मुद्दों पर चर्चा करना था।
यह मुलाकात कहां हुई?
यह मुलाकात बीजिंग में हुई।
एससीओ का क्या महत्व है?
एससीओ का महत्व सुरक्षा, आर्थिक सहयोग और क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देना है।
भारत और चीन के बीच हाल की स्थिति क्या है?
भारत और चीन के बीच हाल की स्थिति पर चर्चा हुई और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर विचार किया गया।