क्या चेन्नई के जलाशय भरे हैं, आंध्र प्रदेश से कृष्णा नदी का पानी रोकने की गुहार?

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क्या चेन्नई के जलाशय भरे हैं, आंध्र प्रदेश से कृष्णा नदी का पानी रोकने की गुहार?

सारांश

चेन्नई में जलाशयों की स्थिति को लेकर जल संसाधन विभाग ने आंध्र प्रदेश सरकार से पानी रोकने का अनुरोध किया है। जानिए इस स्थिति के पीछे की कहानी और संभावित प्रभावों के बारे में।

Key Takeaways

  • चेन्नई के जलाशयों में जल स्तर 85% है।
  • आंध्र प्रदेश से कृष्णा नदी का जल प्रवाह अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
  • जल संसाधन विभाग ने जल आपूर्ति प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया है।

चेन्नई, 9 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के चार मुख्य जलाशयों के भरने के चलते जल संसाधन विभाग (डब्ल्यूआरडी) ने आंध्र प्रदेश सरकार को अनुरोध किया है कि वह कंडालेरु बांध से कृष्णा नदी का पानी छोड़ना बंद करे ताकि जल की बर्बादी से बचा जा सके।

डब्ल्यूआरडी के अधिकारियों का कहना है कि अंतर-राज्यीय जल-बंटवारे के समझौते के तहत जुलाई और अक्टूबर के बीच चेन्नई को कृष्णा नदी से लगभग 3.7 हजार मिलियन क्यूबिक फीट (टीएमसीएफटी) पानी प्राप्त हुआ। पहले दौर में 12 टीएमसीएफटी की आपूर्ति निर्धारित थी, लेकिन उत्तर-पूर्वी मानसून से पहले अच्छी बारिश के कारण जलाशयों में पहले से ही पर्याप्त पानी था, इसलिए पानी छोड़ने की मात्रा कम कर दी गई।

डब्ल्यूआरडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "उत्तर-पूर्वी मानसून की शुरुआत से पहले शहर में पर्याप्त भंडारण था, इसलिए कृष्णा नदी से केवल लगभग 3 टीएमसीएफटी पानी की आवश्यकता थी।"

चार महीनों में कंडालेरू बांध से औसतन 300 से 400 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। हाल के हफ्तों में हुई बारिश ने पूंडी, रेड हिल्स और चेम्बरमबक्कम जलाशयों से भी अतिरिक्त पानी का प्रवाह किया है।

अधिकारी ने कहा, "अनावश्यक अंतर्वाह और संभावित अतिप्रवाह से बचने के लिए आंध्र प्रदेश से पानी का निर्वहन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।"

द्विपक्षीय समझौते के अनुसार, कृष्णा नदी से पानी छोड़ने का अगला चरण जनवरी और अप्रैल के बीच होने की उम्मीद है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि आपूर्ति का नया अनुरोध वर्षा के पैटर्न और जलाशयों के स्तर पर निर्भर करेगा।

उन्होंने कहा, "यदि पर्याप्त भंडारण जारी रहता है, तो दूसरे चरण में देरी हो सकती है।"

वर्तमान में, शहर के जलाशय 85 प्रतिशत भरे हुए हैं, जिनमें कुल 13 टीएमसीएफटी की क्षमता के मुकाबले 11 टीएमसीएफटी पानी है। भंडारण स्तर अगले कई महीनों तक चेन्नई की पेयजल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त माना जाता है, भले ही मौसम के अंत में बारिश कम हो जाए।

पिछले कुछ दिनों में जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद, जल संसाधन विभाग ने शहर के जलाशयों से पानी का सुरक्षित स्तर बनाए रखने के लिए पानी छोड़ा है। पूंडी से 2,000 क्यूसेक, रेड हिल्स से 709 क्यूसेक और चेम्बरमबक्कम से 493 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

अधिकारियों ने कहा कि चल रहे पूर्वोत्तर मानसून के दौरान भंडारण और सुरक्षित बहिर्वाह प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

Point of View

NationPress
09/11/2025

Frequently Asked Questions

जलाशयों में कितना पानी भरा है?
वर्तमान में, शहर के जलाशय 85 प्रतिशत भरे हुए हैं, जिनमें कुल 13 टीएमसीएफटी की क्षमता के मुकाबले 11 टीएमसीएफटी पानी है।
कृष्णा नदी से पानी क्यों रोका गया है?
आंध्र प्रदेश से पानी का निर्वहन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है ताकि अनावश्यक अंतर्वाह और संभावित अतिप्रवाह से बचा जा सके।
जल संसाधन विभाग का अगला कदम क्या होगा?
पानी छोड़ने का अगला चरण जनवरी और अप्रैल के बीच होने की उम्मीद है, जो वर्षा के पैटर्न और जलाशयों के स्तर पर निर्भर करेगा।