क्या चारा घोटाला करने वाला परिवार आरक्षण पर बोलना उचित है? सम्राट चौधरी का बयान
सारांश
Key Takeaways
- सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव के आरक्षण पर बयान का विरोध किया।
- चारा घोटाले का उल्लेख कर राजनीतिक हमले किए गए।
- भाजपा का आरक्षण के प्रति समर्थन दर्शाया गया।
- महिलाओं के आरक्षण का मुद्दा भी उठाया गया।
- राजनीतिक विरोधियों पर गंभीर आरोप लगाए गए।
पटना, 9 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच महागठबंधन के सीएम पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव के आरक्षण संबंधी बयान पर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने तीखा जवाब दिया। चौधरी ने कहा कि चारा घोटाला करने वाले परिवार से जुड़े लोग आरक्षण पर बात करते हुए अच्छे नहीं लगते हैं।
पटना में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि दूसरे चरण के चुनाव प्रचार का आज अंतिम दिन है। हम जनता का आशीर्वाद मांग रहे हैं और उनसे एक बार फिर एनडीए सरकार बनाने का अनुरोध कर रहे हैं ताकि बिहार में विकास की दिशा में आगे बढ़ सकें। बिहार में एनडीए सरकार ही विकास कर सकती है और यह विश्वास हमारी जनता में भी है।
उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि लोग एक बार फिर एनडीए सरकार को चुनने के लिए घरों से बाहर निकलकर वोट देंगे।
महागठबंधन पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जिन्होंने जीवनभर चोरी की है, 55 साल
तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि आरक्षण की बात वह कर रहे हैं, जिनके परिवार ने केवल घोटाले किए हैं। तेजस्वी यादव को आरक्षण पर बयान देने से पहले अपने माता-पिता से पूछना चाहिए कि बिहार में आरक्षण किसे मिला।
आरक्षण के प्रति भाजपा का समर्थन करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि देश में जब भी आरक्षण की चर्चा हुई, भाजपा ने हमेशा इसका समर्थन किया। विपक्ष के लोग केवल आरक्षण की बात करते हैं, लेकिन इसे लागू करने में असफल रहते हैं।
पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वे कभी आरक्षण के पक्ष में नहीं रहे। यदि वे होते तो आरक्षण का बिल नहीं फाड़ते। महिला आरक्षण अगर 30 साल से नहीं मिला है तो उसके लिए लालू प्रसाद यादव जिम्मेदार हैं।