क्या काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर ने घाटी में 8 स्थानों पर छापेमारी की?

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क्या काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर ने घाटी में 8 स्थानों पर छापेमारी की?

सारांश

जम्मू-कश्मीर की काउंटर-इंटेलिजेंस कश्मीर ने घाटी के विभिन्न जिलों में आतंकवाद से संबंधित जांच के तहत छापेमारी की। यह कार्रवाई डिजिटल और भौतिक सबूत इकट्ठा करने के उद्देश्य से की गई। क्या यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ एक नई रणनीति का हिस्सा है?

Key Takeaways

  • सीआईके ने घाटी के विभिन्न जिलों में आतंकवाद के खिलाफ अभियान चलाया।
  • छापेमारी के दौरान महत्वपूर्ण सबूत जब्त किए गए।
  • स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ ने सीआईके की मदद की।
  • आतंकवाद के खिलाफ यह कार्रवाई एक नई रणनीति का हिस्सा है।
  • ड्रग स्मगलिंग और हवाला मनी रैकेट भी निगरानी में हैं।

श्रीनगर, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस) जम्मू-कश्मीर की सीआईडी की काउंटर-इंटेलिजेंस कश्मीर (सीआईके) शाखा ने शनिवार को घाटी के सात जिलों में आठ स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई आतंकवाद से संबंधित एक चल रही जांच के सिलसिले में की गई थी।

अधिकारियों के अनुसार, ये छापेमारी श्रीनगर, बारामूला, अनंतनाग, कुपवाड़ा, हंडवाड़ा, पुलवामा और शोपियां जिलों में एक साथ की गई। जांच के दौरान, आतंकवाद से संबंधित एक मामले में सीआईके को सक्षम अदालत से तलाशी वारंट मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई।

यह मामला कुछ व्यक्तियों के कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठनों से कथित संबंधों से जुड़ा हुआ है।

सूत्रों के अनुसार, इस छापेमारी का उद्देश्य डिजिटल और भौतिक सबूत इकट्ठा करना था, जो जांच को आगे बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं।

छापेमारी के दौरान, फोरेंसिक विश्लेषण के लिए कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए। अब तक की गई खोजों में किसी की गिरफ्तारी की कोई जानकारी नहीं मिली है।

इन अभियानों के दौरान, सीआईके टीमों को स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा सहायता प्रदान की गई।

जम्मू-कश्मीर में संयुक्त सेनाएं आतंकवादियों, उनके सहयोगियों और समर्थक तत्वों के खिलाफ लगातार बड़े पैमाने पर अभियान चला रही हैं।

ड्रग स्मगलिंग और ड्रग्स बेचने वाले भी संयुक्त सुरक्षा बलों के रडार पर हैं, क्योंकि खुफिया एजेंसियों का मानना है कि ड्रग स्मगलिंग और हवाला मनी रैकेट से इकट्ठा किया गया पैसा अंततः केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादियों को फंडिंग करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

आतंकियों, उनके सहयोगियों और सहानुभूति रखने वालों के साथ-साथ ड्रग्स तस्करों और हवाला मनी रैकेट चलाने वालों को निशाना बनाना, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के पूरे इकोसिस्टम को खत्म करने के लिए संयुक्त बलों की संशोधित रणनीति का हिस्सा है।

ड्रग्स तस्करी और हवाला मनी से जुड़े ज़्यादातर मामलों में, इंटेलिजेंस एजेंसियों ने लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) और इंटरनेशनल बॉर्डर (आईबी) पार से इन गतिविधियों की जड़ें पता लगा ली हैं।

नियमित आपराधिक जांच, पासपोर्ट सत्यापन, रोज़ाना की इंटेलिजेंस जानकारी इकट्ठा करना और अन्य जांच कार्यों के अलावा, जम्मू-कश्मीर सीआईडी का एक विशेष सीआईके विंग भी है, जो कश्मीर और जम्मू में कार्यरत है।

इससे अलावा, जम्मू-कश्मीर सीआईडी के पास एक विशेष हाई-प्रोफाइल क्राइम इन्वेस्टिगेशन विंग भी है, जिसे स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एसआईए) कहा जाता है।

Point of View

NationPress
20/09/2025

Frequently Asked Questions

काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर क्या है?
काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर (सीआईके) जम्मू-कश्मीर सीआईडी की एक शाखा है, जो आतंकवाद और संगठित अपराधों की जांच करती है।
हाल की छापेमारी का उद्देश्य क्या था?
हाल की छापेमारी का उद्देश्य आतंकवाद से संबंधित सबूत इकट्ठा करना था।
क्या छापेमारी के दौरान किसी को गिरफ्तार किया गया?
छापेमारी के दौरान अब तक किसी की गिरफ्तारी की कोई खबर नहीं है।
कौन से जिलों में छापेमारी की गई?
छापेमारी श्रीनगर, बारामूला, अनंतनाग, कुपवाड़ा, हंडवाड़ा, पुलवामा और शोपियां जिलों में की गई।
सीआईके की विशेषताओं में क्या शामिल है?
सीआईके आतंकवाद विरोधी गतिविधियों में संलग्न है और इसके पास फोरेंसिक विश्लेषण और डिजिटल सबूत एकत्रित करने की क्षमताएँ हैं।