क्या रक्षा बंधन प्रेम और विश्वास के अटूट बंधन का प्रतीक है? गृह मंत्री शाह ने दी शुभकामनाएं

सारांश
Key Takeaways
- रक्षा बंधन भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक है।
- यह सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखता है।
- केंद्रीय मंत्री और अन्य नेताओं ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
- बहनें भाइयों को राखी बांधती हैं, जो सुरक्षा का प्रतीक है।
- यह पर्व हर साल सावन की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रक्षा बंधन के अवसर पर सभी देशवासियों को दिल से शुभकामनाएं दीं। यह त्योहार भाई-बहन के बीच प्रेम, विश्वास और सुरक्षा के अटूट बंधन का प्रतीक है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा, "भाई-बहन के अटूट स्नेह, विश्वास और रक्षा के संकल्प को समर्पित पावन पर्व 'रक्षाबंधन' की समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। यह पर्व सभी के जीवन में हर्षोल्लास का माध्यम बने, ईश्वर से यह कामना करता हूं।"
रक्षा बंधन, जो शनिवार को पूरे भारत में मनाया गया, का गहरा सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है। यह भाई-बहन के बीच प्रेम के बंधन का प्रतीक है और हर साल सावन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस पर्व को प्रेम, विश्वास और सुरक्षा के प्रतीक के रूप में विशेष सम्मान दिया जाता है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी एक्स पर अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, "रक्षा बंधन का पर्व भाई-बहन के प्रेम, स्नेह और वचनबद्धता का प्रतीक है। इस पावन पर्व रक्षा बंधन की समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।"
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर लिखा, "स्नेह की पवित्र गांठ, विश्वास की मौन प्रतिज्ञा, भाई-बहन के अटूट प्रेम की जीवंत अभिव्यक्ति रक्षाबंधन की प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई! रक्षासूत्र की नन्ही डोर सिर्फ कलाई नहीं बांधती, आत्मा को जोड़ती है। यह हर युग में मर्यादा और आत्मीयता की अमर गाथा बुनती है।"
रक्षा बंधन में बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं, जो उनकी लंबी उम्र और खुशहाली की प्रार्थना का प्रतीक है। भाई अपनी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं।