क्या जीएसटी सुधारों के कारण वित्त वर्ष 2026 में भारत की जीडीपी 6.5 प्रतिशत बढ़ेगी?

Click to start listening
क्या जीएसटी सुधारों के कारण वित्त वर्ष 2026 में भारत की जीडीपी 6.5 प्रतिशत बढ़ेगी?

सारांश

क्या जीएसटी सुधारों के कारण भारत की जीडीपी 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी? जानिए इस रिपोर्ट में क्या है खास। अमेरिका के आयात शुल्कों के प्रभाव को कम करने की उम्मीद है।

Key Takeaways

  • जीएसटी सुधारों से भारत की अर्थव्यवस्था में वृद्धि होगी।
  • उच्च अमेरिकी टैरिफ का प्रभाव कम किया जा सकता है।
  • उद्योगों की सक्रिय रणनीतियाँ महत्वपूर्ण हैं।
  • भारत 140 से अधिक उत्पाद श्रेणियाँ निर्यात करता है।
  • निर्यातक बाजारों में विविधता ला रहे हैं।

नई दिल्ली, 17 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जीएसटी सुधारों के चलते, वित्त वर्ष 2026 में भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत होगी, जो कि पहले के 6 प्रतिशत के अनुमान से अधिक है। बुधवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, ये सुधार अमेरिकी आयात शुल्कों के प्रभाव को कम करने में सहायक होंगे।

क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए के अनुसार, उद्योगों की सक्रिय रणनीतियाँ, व्यापार रिरूटिंग और भौगोलिक विविधता भारत को टैरिफ के झटके से उबरने में मदद करेंगी।

हालांकि, रेटिंग एजेंसी ने यह भी बताया कि उच्च टैरिफ बोझ कुछ उद्योगों में लाभप्रदता और मांग पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत 140 से अधिक उत्पाद श्रेणियों को अमेरिका को निर्यात करता है, जिसमें ऑटो कंपोनेंट्स से लेकर सी फूड तक के क्षेत्र शामिल हैं।

एक ओर, उच्च अमेरिकी टैरिफ वित्त वर्ष 2026 में मार्जिन और मांग पर दबाव डाल सकते हैं, वहीं दूसरी ओर, उद्योग जगत की प्रतिक्रियाएं और नीतिगत समर्थन तत्काल नुकसान को सीमित कर रहे हैं।

निर्यातक बाजारों में विविधता ला रहे हैं, उत्पादों में मूल्य जोड़ रहे हैं और मेक्सिको, यूरोप तथा दुबई जैसे शुल्क-मुक्त क्षेत्रों के माध्यम से व्यापार कर रहे हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका ने भारतीय आयातों पर कुल मिलाकर 50 प्रतिशत शुल्क लगाया है, जो कि चीन, वियतनाम, बांग्लादेश और जापान के निर्यातकों पर लागू दरों से अधिक है।

हालांकि कुछ उद्योग इस प्रभाव को कम करने में सक्षम हैं, वहीं अन्य को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जो वित्त वर्ष 2026 तक आय पर असर डाल सकती हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि कई ऑटो निर्यातक बाजारों में विविधता लाकर और मेक्सिको एवं यूरोप जैसे शुल्क-मुक्त क्षेत्रों में सहायक कंपनियों का लाभ उठाकर टैरिफ के इस प्रभाव को कम कर रहे हैं।

अधिकांश कंपनियां लागत पास-थ्रू रणनीतियों और ग्राहकों के साथ जुड़ाव के कारण न्यूनतम तत्काल प्रभाव की जानकारी देती हैं।

धातु क्षेत्र में टैरिफ के कारण मात्रा में कोई बड़ा व्यवधान नहीं देखा गया है। कंपनियों ने विशेष उत्पादों में सीमित घरेलू अमेरिकी विनिर्माण क्षमताओं की सहायता से अमेरिकी खरीदारों को शुल्कों का पूरा पास-थ्रू करने में सफलता प्राप्त की है।

Point of View

हमें यह मानना चाहिए कि जीएसटी सुधारों का प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक होगा। हालांकि, उच्च अमेरिकी टैरिफों से उद्योगों पर दबाव पड़ सकता है, लेकिन सरकार और उद्योग की सक्रिय रणनीतियाँ इस स्थिति को संभालने में मदद कर सकती हैं।
NationPress
17/09/2025

Frequently Asked Questions

जीएसटी सुधारों का भारत की जीडीपी पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
जीएसटी सुधारों के कारण भारत की जीडीपी वित्त वर्ष 2026 में 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की संभावना है।
अमेरिका के आयात शुल्कों का प्रभाव क्या है?
अमेरिका के आयात शुल्कों का प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है, लेकिन सुधारों के माध्यम से इसे कम किया जा सकता है।
क्या उद्योग इस चुनौती से उबर पाएंगे?
हां, उद्योगों की सक्रिय रणनीतियाँ और नीतिगत समर्थन उन्हें इस चुनौती से उबरने में मदद करेंगे।