क्या मिस्र में डॉक हुआ आईएनएस त्रिकंड, ‘ब्राइट स्टार 2025’ सैन्य अभ्यास में होगा शामिल?

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क्या मिस्र में डॉक हुआ आईएनएस त्रिकंड, ‘ब्राइट स्टार 2025’ सैन्य अभ्यास में होगा शामिल?

सारांश

भारतीय नौसेना का आईएनएस त्रिकंड मिस्र के अलेक्ज़ेंड्रिया में डॉक हुआ है। यह बहुपक्षीय सैन्य अभ्यास ‘ब्राइट स्टार 2025’ में भाग लेगा, जो क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है। इस लेख में जानें इस अभ्यास के उद्देश्यों और भागीदार देशों के बारे में।

Key Takeaways

  • आईएनएस त्रिकंड की तैनाती से क्षेत्रीय सहयोग मजबूत होगा।
  • ‘ब्राइट स्टार 2025’ में कई देशों की सेनाएँ शामिल हैं।
  • इस अभ्यास का उद्देश्य अंतर-कार्यक्षमता बढ़ाना है।
  • सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
  • भारतीय नौसेना की भूमध्यसागर में भागीदारी बढ़ी है।

नई दिल्ली, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय नौसेना का स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस त्रिकंड 1 सितंबर को अपनी भूमध्यसागर तैनाती के दौरान मिस्र के अलेक्ज़ेंड्रिया बंदरगाह पर पहुँचा। यहाँ वह 1 से 10 सितंबर तक आयोजित होने वाले बहुपक्षीय ‘ब्राइट स्टार 2025’ रक्षा अभ्यास में भाग लेने जा रहा है।

इस विशाल सैन्य अभ्यास में भारतीय नौसेना के साथ-साथ भारतीय थल सेना और वायु सेना की टुकड़ियाँ भी शामिल होंगी। अमेरिकी सेंट्रल कमांड द्वारा आयोजित यह अभ्यास वायु, थल और समुद्री तीनों क्षेत्रों में क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ हाइब्रिड खतरों और अनियमित युद्धक परिदृश्यों में अंतर-कार्यक्षमता (इंटरऑपरेबिलिटी) बढ़ाने पर केंद्रित है।

अमेरिका, मिस्र और भारत के अलावा इसमें सऊदी अरब, कतर, ग्रीस, साइप्रस और इटली की सेनाएँ भी शामिल होंगी।

अलेक्ज़ेंड्रिया में ठहराव के दौरान आईएनएस त्रिकंड वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श, जहाजों के बीच दौरे (क्रॉस-डेक विजिट), सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेल प्रतियोगिताओं जैसी कई गतिविधियों में भाग लेगा। इन गतिविधियों का उद्देश्य द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग को और मजबूत करना है।

आईएनएस त्रिकंड की इस क्षेत्रीय तैनाती का एक प्रमुख लक्ष्य है भूमध्यसागर में भागीदार नौसैनिक देशों के साथ पेशेवर जुड़ाव के जरिए साझा अभ्यास और बेहतरीन कार्यप्रणालियों का आदान-प्रदान करना, ताकि परंपरागत और अपारंपरिक समुद्री खतरों से निपटने में बेहतर तालमेल स्थापित किया जा सके।

पिछले कुछ वर्षों में भारतीय नौसेना ने इस क्षेत्र में अपनी भागीदारी बढ़ाई है। दिसंबर 2024 में आईएनएस तुशील ने मोरक्को के कासाब्लांका बंदरगाह पर पहुँचकर भारत-मोरक्को के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक सहयोग को मजबूत किया था। वहीं, अगस्त 2024 में आईएनएस तबर ने स्पेन के मलागा बंदरगाह का दौरा किया और स्पेनिश नौसेना के जहाज ‘अतालाया’ के साथ मैरिटाइम पार्टनरशिप एक्सरसाइज (एमपीएक्स) आयोजित की थी।

Point of View

जिसमें भारतीय नौसेना की भूमिका महत्वपूर्ण है। क्षेत्रीय सहयोग और सुरक्षा के लिए ऐसे अभ्यास आवश्यक हैं। भारत की बढ़ती भागीदारी निश्चित रूप से वैश्विक दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण कदम है।
NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

आईएनएस त्रिकंड कब डॉक हुआ?
आईएनएस त्रिकंड 1 सितंबर को अलेक्ज़ेंड्रिया बंदरगाह पर डॉक हुआ।
ब्राइट स्टार 2025 सैन्य अभ्यास में कौन-कौन से देश शामिल हैं?
इस अभ्यास में भारत, अमेरिका, मिस्र के अलावा सऊदी अरब, कतर, ग्रीस, साइप्रस और इटली की सेनाएँ भी शामिल हैं।
इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इसका मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ाना और अंतर-कार्यक्षमता को मजबूत करना है।