क्या धामी सरकार में कैबिनेट विस्तार की तैयारी है?

सारांश
Key Takeaways
- कैबिनेट विस्तार की चर्चा तेजी से बढ़ रही है।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में निर्णय लिया जाएगा।
- विधायकों की सक्रियता बढ़ रही है।
- कैबिनेट में क्षेत्रीय समीकरणों का ध्यान रखा जाएगा।
- होली के बाद संभावित विस्तार की उम्मीद है।
देहरादून, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार में कैबिनेट विस्तार की चर्चा तेजी से बढ़ रही है। धामी मंत्रिमंडल में फिलहाल पांच कैबिनेट पद रिक्त हैं और इन पदों पर जल्द ही नियुक्तियां होने की उम्मीद है।
भाजपा के विधायक लगातार मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। विधायक दिलीप सिंह रावत ने बताया, "मैं अपने क्षेत्र के विकास के लिए नियमित रूप से मुख्यमंत्री से मिलता हूं। कैबिनेट विस्तार का निर्णय पूरी तरह मुख्यमंत्री के अधिकार में है। वे जिसे चाहें, जिम्मेदारी दे सकते हैं।" उन्होंने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जल्द ही कैबिनेट विस्तार करेंगे। वर्तमान में धामी के पास खाली पांच मंत्रालयों की जिम्मेदारी भी है।
राजनीतिक चर्चा में कहा जा रहा है कि कैबिनेट विस्तार में क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को ध्यान में रखा जाएगा। प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे और चंदन राम दास के निधन के बाद मंत्रिमंडल में रिक्तियां बढ़ी हैं। सूत्रों के अनुसार, देहरादून, हरिद्वार, पिथौरागढ़ और नैनीताल से एक-एक विधायक को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। चर्चा में जिन नामों का उल्लेख हो रहा है, उनमें मदन कौशिक, खजान दास, विनोद चमोली, मुन्ना सिंह चौहान, बंशीधर भगत और अरविंद पांडेय शामिल हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने भी संकेत दिए हैं कि विस्तार जल्द होगा और हाईकमान के साथ चर्चा अंतिम चरण में है। मुख्यमंत्री धामी हाल ही में दिल्ली दौरे पर थे, जहां उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात की। हालांकि, धामी ने एक बयान में कहा कि उनका दिल्ली दौरा निजी था और विस्तार पर कोई चर्चा नहीं हुई। फिर भी, सूत्रों का कहना है कि होली के बाद विस्तार संभव है।
कैबिनेट विस्तार के साथ कुछ मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल की संभावना है। विधायकों में दावेदारी को लेकर उत्साह है, लेकिन अंतिम निर्णय हाईकमान और धामी करेंगे।