क्या केरल में मतदाताओं के लिए विशेष नामांकन अभियान शुरू होगा?
सारांश
Key Takeaways
- विशेष नामांकन अभियान का उद्देश्य नए मतदाता जोड़ना है।
- मसौदा मतदाता सूची 23 दिसंबर को प्रकाशित होगी।
- अब तक 2.92 लाख नए पंजीकरण के लिए आवेदन आए हैं।
- मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया चुनाव तक जारी रहेगी।
- आप अपील कर सकते हैं यदि आपका नाम सूची से हटा दिया गया है।
तिरुवनंतपुरम, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत घर-घर जाकर किए गए मतदाता गणना अभियान का कार्य 18 दिसंबर को समाप्त होने के बाद, केरल में चुनाव अधिकारी अब नए मतदाताओं के नाम जोड़ने के लिए एक विशेष नामांकन अभियान शुरू करने की योजना बना रहे हैं। मसौदा मतदाता सूची मंगलवार को प्रकाशित की जाएगी।
केरल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रतन यू. केलकर ने बताया कि यह विशेष नामांकन अभियान मुख्य रूप से 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके युवाओं और उन पात्र मतदाताओं पर केंद्रित होगा, जिनके नाम अब तक मतदाता सूची में शामिल नहीं हो पाए हैं। इसका उद्देश्य आगामी चुनावी चरण से पहले अधिकतम मतदाता समावेशन सुनिश्चित करना है।
केलकर के अनुसार, अब तक नए मतदाता पंजीकरण के लिए फॉर्म-6 के तहत 2.92 लाख आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। इसके अलावा, प्रवासी भारतीय मतदाताओं के लिए फॉर्म-6ए के तहत 15,157 आवेदन मिले हैं। इन आवेदनों की जांच और प्रक्रिया मसौदा सूची के प्रकाशन के बाद की जाएगी।
गणना चरण के दौरान 18 दिसंबर को सुबह 10 बजे तक 100 प्रतिशत गणना प्रपत्रों का डिजिटलीकरण पूरा कर लिया गया, जिसे इस प्रक्रिया की एक अहम उपलब्धि माना जा रहा है।
हालांकि, इस दौरान बड़ी संख्या में प्रविष्टियां एएसडी (अनुपस्थित, स्थानांतरित और मृत) श्रेणी में ‘असंग्रहणीय’ पाई गई हैं। कुल 24.81 लाख ऐसे प्रपत्र चिन्हित किए गए हैं, जो मौजूदा मतदाता सूची का लगभग 8.91 प्रतिशत हैं।
इनमें 6.49 लाख मृत, 6.89 लाख लापता (पता न चलने वाले), 8.21 लाख स्थानांतरित, 1.34 लाख डुप्लीकेट और 1.86 लाख अन्य कारणों से चिह्नित मतदाता शामिल हैं।
राजनीतिक दलों के अनुरोध पर एएसडी सूची पहले ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। संशोधित और अद्यतन सूची, जिसमें बाद में ट्रेस किए गए मतदाताओं के नाम भी शामिल होंगे, 23 दिसंबर को मसौदा एसआईआर मतदाता सूची के साथ जारी की जाएगी। यह सूची राजनीतिक दलों के बूथ-स्तरीय एजेंटों के साथ भी साझा की गई है, ताकि लापता मतदाताओं का पता लगाने में मदद मिल सके।
मसौदा मतदाता सूची पर दावे और आपत्तियां मंगलवार से 22 जनवरी 2026 तक दर्ज की जा सकेंगी, जबकि नोटिस और सुनवाई की प्रक्रिया 14 फरवरी तक चलेगी। अंतिम मतदाता सूची 21 फरवरी को प्रकाशित की जाएगी।
केलकर ने बताया कि चुनाव नियमों के अनुसार, 2026 के विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि तक मतदाता सूची में नाम जोड़ने या हटाने की प्रक्रिया जारी रह सकती है।
उन्होंने यह भी कहा कि जिन मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं, उनके लिए अपील की व्यवस्था है। पहले जिला निर्वाचन अधिकारी और उसके बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अपील की जा सकती है।