क्या मुनक्का गर्भवती महिलाओं के लिए वरदान है, मां और बच्चे को देता है ताकत?
सारांश
Key Takeaways
- मुनक्का
- यह आयरन, कैल्शियम, और फाइबर से भरपूर होता है।
- गर्भावस्था में थकान और कमजोरी को दूर करने में मदद करता है।
- शिशु के मस्तिष्क विकास के लिए आवश्यक है।
- रोजाना सेवन से स्वास्थ्य में सुधार होता है।
नई दिल्ली, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गर्भावस्था के दौरान मां और गर्भस्थ शिशु दोनों को पूर्ण पोषण की आवश्यकता होती है। इस दौरान मुनक्का गर्भवती महिलाओं और उनके शिशुओं के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। मुनक्का आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड और फाइबर से युक्त होता है, जो खून की कमी को दूर करता है, हड्डियों को मजबूत बनाता है और शिशु के मस्तिष्क विकास में सहायक होता है। आयुर्वेद और विज्ञान दोनों इसे बहुत फायदेमंद मानते हैं।
मुनक्का केवल मां को ताकतवर नहीं बनाता, बल्कि गर्भस्थ शिशु के विकास में भी अहम भूमिका निभाता है। आयुर्वेद के अनुसार, मुनक्का रक्तवर्धक, बलवर्धक और पाचन में सहायक है। इसे गर्भवती महिलाओं के लिए अत्यधिक पौष्टिक फल माना जाता है। यह शरीर की ताकत को बढ़ाता है और कमजोरी को दूर करता है।
आयुर्वेद के साथ-साथ, विज्ञान भी मुनक्का को पोषक तत्वों से भरपूर मानता है। इसमें आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं। खासकर, इसमें फोलिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो भ्रूण के मस्तिष्क विकास के लिए आवश्यक है। मुनक्का शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने में सहायक है, जिससे एनीमिया की समस्या का समाधान होता है।
गर्भावस्था में आयरन की कमी सामान्य होती है, लेकिन मुनक्का इसका प्राकृतिक इलाज है। इसमें मौजूद आयरन का अवशोषण बेहतर होता है। साथ ही, फाइबर के कारण पाचन तंत्र मजबूत रहता है, जिससे कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं नहीं होतीं। यह गर्भवती महिला की थकान, कमजोरी और चक्कर आने की समस्याओं को दूर करता है।
आयरन और फोलिक एसिड से भरपूर मुनक्का मां और बच्चे दोनों को मजबूत बनाता है। यह हड्डियों के विकास, इम्यूनिटी बढ़ाने और सेहत के लिए लाभकारी है। गर्भावस्था में प्रतिदिन 8 से 10 मुनक्का खाना या रात भर भिगोकर सुबह खाना फायदेमंद रहता है। इसे दूध के साथ लेने से फायदे और बढ़ जाते हैं।
विशेषज्ञों की सलाह है कि मुनक्का प्राकृतिक रूप से मीठा होने के कारण ऊर्जा प्रदान करता है और शुगर की आवश्यकता को पूरा करता है। हालांकि, अधिक मात्रा में सेवन से बचना चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।